रायगढ़। खरसिया क्षेत्र के ऐडु पुल के पाबलरामपुर से मायके गढ़वा झारखंड जाने निकली थी महिलास देहजरी नाला के करीब पिछले दिनों मिली महिला व दो बच्चियों का शव मिलने के मामले में अंततः शवों की पहचान कर ली गई है। तीनों बलरामपुर के रहने वाले बताये जा रहे हैं। महिला के परिजन खरसिया पहुंचे हुए हैं, लेकन उनकी मौत का रहस्य अब तक बरकरार है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घटना को पांच दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस को इस मामले में शार्ट पीएम तक मुहैया नही हो सका है। जिसके कारण फिलहाल पुलिस इस मामले में अंधेरे में ही हाथ पांव मारती दिख रही है।
दरअसल सोमवार 14 अगस्त की दोपहर करीब 1 बजे देहजरी गांव स्थित नाला के पास एक महिला व दो बच्चियों की लाश मिली थी। मृतका की पहचान नहीं हो पाने से पुलिस की परेशानी बढ़ गई थी । तीन दिनों तक तीनों के शव को खरसिया अस्पताल के मर्चुरी में रखा गया था। वहीं उनकी शिनाख्ती के लिए आसपास के गांवों में मुनादी करा कर सोशल मीडिया में उनका फोटो वायरल किया गया था। साथ ही जिले के थानों सहित बॉर्डर के थानों में भी उनका फोटो भेज कर गुम इंसान की खोजबीन की जा रही थी।
इस दौरान सोशल मीडिया के जरिए महिला के परिजन उसे पहचान गए और गुरुवार को खरसिया पहुंचे। जानकारी के अनुसार महिला राबिया परवीन पति अबुल हसन (35) ग्राम बासेन, थाना पास्ता, जिला बलरामपुर की रहने वाली है। उसके चार बच्चे थे। जिसमें गुलस्सा परवीन ( 3 ), सीजरा परवीन ( 6 ) के अलावा एक लड़का व लड़की शामिल हैं । 8 अगस्त की शाम साढ़े 5 बजे राबिया अपने दो बेटियों गुलस्सा और सीजरा को लेकर घर से निकली और बाहर से दरवाजे का कुंडी लगा दी। इसके बाद उसके पति ने उसे फोन किया, लेकिन फोन नहीं लगा। ऐसे में महिला के पति ने आसपास के लोगों को आवाज देकर कुंडा खुलवाया और अपनी पत्नी से संपर्क करता रहा। इसी बीच एक बार राबिया का फोन लगा तो उसने रिसिव कर कहा कि वह अपने मायके गढ़वा झारखंड जा रही है। इसके बाद उसने फोन को काट कर बंद कर दिया। तब से उसका फोन बंद आ रहा था। इसी बीच उनके लाश की फोटो सोशल मीडिया में वायरल हुई तो परिजनों के होश उड़ गए। महिला का पति, भाई व अन्य लोग खरसिया में डेरा जमाए हुए हैं। पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है।
सुखी जीवन में कैसे आई खलल
मृतका राबिया और उसका पति दोनों टेलर हैं। घर में ही सिलाई कर वो अपने व अपने बच्चों का पालन-पोषण करते थे। कम कमाने के बाद भी वो सुखी जीवन जी रहे थे, इसी बीच ऐसा क्या हुआ कि राबिया ने इतना बड़ा कदम उठा लिया या उसके साथ अनहोनी घटना घटी इस बारे में परिजन कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं। एक घर के तीन लोगों की मौत से परिवार में मातम पसरा हुआ है। खासकर दो मासूम बच्चियों की मौत ने सबको झकझोर दिया है। मर्ग जांच में कई चैकाने वाले खुलासे होने की संभावना बनी हुई है। मगर विडंबना यह है कि पांच दिन बीत जाने के बावजूद पीएम के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली है और घटना के बाद 24 घंटे के भीतर पीएम रिपोर्ट उपलब्ध कराने के नियम के बावजूद पुलिस को अब तक शार्ट पीएम ही उपलब्ध नही सका है। ऐसे में पुलिस केवल संदेह के आधार पर अब तक अंधेरे में ही हाथ पैर चला रही है।
घरेलू विवाद की जता रहे आशंका
अचानक से राबिया घर से दोनों बच्चियों को लेकर निकली और बाहर से घर के दरवाजे का कुंडा लगा दी इस बात से ही कई प्रकार की आशंकाएं पैदा हो रही है। वो चाहती थी कि उसके पीछे उसके घर वाले न आए। सूत्र आशंका व्यक्त कर रहे हैं कि राबिया का घर में किसी के साथ किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा। इसके बाद वह क्षुब्ध होकर निकली और उसकी लाश मिली। खास बात यह है कि महिला बलरामपुर से खरसिया तक किसके साथ और कैसे आई इस बात पर भी संशय बरकरार है। इधर उनकी मौत कैसे हुई इस पर भी सस्पेंस बना हुआ है। पुलिस पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा होने की बात कह रही है।