रायपुर। छत्तीसगढ़ में जिसके नाम की चर्चा चली, उसकी एक न चली। ये लाइन प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का जिम्मा दिए जाने से लेकर, कैबिनेट में शामिल करने, सांसद का टिकट देने, केंद्र में मंत्री बनाने तक ट्रेंड में रही। मीडिया की सुर्खियों और पार्टी के लोगों की जुबान पर जिनका नाम सबसे ज्यादा था, भाजपा ने उससे किनारा करते हुए किसी नए को ही ला खड़ा किया। ऐसे में सवाल ये है कि क्या अब साय मंत्रिमंडल में नए मंत्री को शामिल किए जाने को लेकर भी यही ट्रेंड देखने को मिलेगा? बृजमोहन अग्रवाल सांसद बनकर दिल्ली जा चुके हैं। साय कैबिनेट में उनकी जगह खाली है। इस खाली जगह को भरने में अनुभव की दमदारी कि बजाय किसी ऐसे नए चेहरे को मौका दिए जाने की चर्चा शुरू हो चुकी है, जो जातीय समीकरणों पर भी खरा हो। फिलहाल इस बात की ज्यादा संभावना है कि मंत्रिमंडल से एक ओबीसी विधायक को बाहर किया जा सकता है। इनकी जगह रायपुर पश्चिम से विधायक राजेश मूणत या फिर बिलासपुर से अमर अग्रवाल को जगह मिल सकती है। इनके अलावा दुर्ग से गजेंद्र यादव और कोंडागांव से लता उसेंडी को साय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। देश के गृह मंत्री अमित शाह से भी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुलाकात की। इस दौरान शाह ने सीएम साय से सरकार के काम काज और योजनाओं की जानकारी ली। अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर तस्वीर साझा करते हुए सीएम ने लिखा- दिल्ली स्थित संसद भवन परिसर में देश के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जी से मुलाकात कर उन्हें छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री साय दिल्ली से लौट आए हैं। उन्होंने दिल्ली रवाना होने से पहले कैबिनेट में बदलाव के सवाल पर कहा था- थोड़ा इंतजार करिए, हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक हफ्ते भर के भीतर में मंत्री किसे बनाया जाएगा इसका ऐलान कर दिया जाएगा। विधानसभा चुनाव के बाद ट्रेंड यही रहा है कि नए लोगों को भाजपा भरपूर मौका दे रही है। यही ट्रेंड मंत्रिमंडल में बदलाव पर भी चला, तो पिछले दो-तीन दिनों में एक नाम की चर्चा तेज है, वो हैं गजेंद्र यादव। गजेंद्र ने विधानसभा चुनावमें दुर्ग में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे मोतीलाल वोरा के बेटे अरुण वोरा को 48 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। गजेंद्र संघ के बड़े नेता बिसरा राम यादव के बेटे हैं। छत्तीसगढ़ में इस बार पांच विधायक यादव समाज से चुनकर आए हैं। यादव समाज को साधने, संघ को संतुष्ट करने के लिए गजेंद्र को प्रदेश सरकार में मंत्री पद दिए जाने की चर्चा है। ये भी कहा जा रहा है कि उन्हें भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
फाइल लेकर पीएम से मिलने पहुंचे सीएम साय
आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री से मिलकर प्रदेश में चलाई जा रही योजनाओं पर बात की है। मगर सूत्र बता रहे हैं कि बात तो मंत्रिमंडल के विस्तार पर भी हुई है। पार्टी के बड़े नेताओं को सीएम विष्णु देव साय ने प्रदेश के सियासी और सामाजिक हालातों से अवगत कराया है। खबर है कि मंत्रिमंडल में किस विधायक को मौका दिया जाना है ये तय भी कर लिया गया है। प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान सीएम के हाथ में एक फाइल दिखी। इसमें छत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट और एंटी नक्सल ऑपरेशन की जानकारी थी, जिसे मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के साथ साझा किया। संसद भवन परिसर में दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक प्रदेश के राजनीतिक हालात पर बात हुई।