रायगढ़। विगत 15 जून को हिंदी भवन नईदिल्ली में विश्व का प्रथम काव्य रुप छंदबद्ध भारत के संविधान का भव्य विमोचन हुआ। जिसमें डॉ. गुलशन खम्हारी प्रद्युम्न को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया।
जिसमें भारत सरकार द्वारा ‘साहित्य के क्षेत्र में बहुमुखी उपलब्धियों’ के लिए पद्मश्री से सम्मानित एवं 500 पुस्तकें प्रकाशित कराने वाले पद्मश्री डॉ.श्याम सिंह शशि, पुलिस प्रशासनिक अधिकारी गृह मंत्रालय डॉ.सुरेश सिंह, पूर्व न्यायाधीश डॉ.संतोष खन्ना,वरिष्ठ साहित्यकार डॉ रमा सिंह,बाल साहित्य को हिंदी साहित्य में सही दिशा प्रदान करने वाले डॉ.शकुंतला कालरा,कवि एवं पत्रकार चेतन आनंद,आज तक एडिटर पंकज शर्मा, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के भारत प्रमुख आलोक कुमार की उपस्थिति रही। वहीं इस कार्यक्रम में छंदबद्ध भारत के संविधान में सहभागी रहे कवि गुलशन ने अनुच्छेद 52-54 तक राष्ट्रपति व अनकी शक्तियों पर लेखनी चलाई तथा छंदबद्ध संविधान में महती भूमिका निभाई इसके लिए उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से सम्मानित किया गया। इसके मुख्य संपादक डॉ ओमकार साहू मृदुल,सहसंपादक सपना सक्सेना दत्ता व मधुशंखधर रहे। विदित हो कि कवि गुलशन संपूर्ण छत्तीसगढ़ ग्रंथ के छंदबद्ध संकलन व भारत को जानें के छंदबद्ध संकलन में भी सहभागिता निभा चुके हैं। जिसके लिए पूर्व में तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड प्राप्त हो चुके हैं।वहीं कवि गुलशन के इस उपलब्धि से समूचे साहित्य जगत में उल्लास है तथा रेलवे परिवार में हर्ष का माहौल है।
कवि डॉ. गुलशन खम्हारी ने बढ़ाया जिले का मान
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड से हुआ सम्मानित
