रायपुर। साय सरकार ने एफएल 10 एबी की व्यवस्था को समाप्त करते हुए प्रदेश में सरकार ने खुद शराब खरीदने का फैसला लिया है। अब सरकार सीधे निर्माता कंपनियों से शराब खरीदेगी। खरीदी की जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ बेवरेज कॉर्पोरेशन को दी गई है। वहीं उच्च शिक्षा विभाग में गेस्ट लेक्चरर नीति-2024 को मंजूरी मिल गई है, 5 प्राधिकरणों का पुनर्गठन किया गया है। सीएम साय इनकी कमान संभालेंगे।
इनमें बस्तर, सरगुजा, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास, अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण अन्य पिछड़ा वर्ग शामिल है। स्थानीय विधायकों में से एक विधायक को इसका उपाध्यक्ष बनाया जाएगा। क्षेत्रीय विधायक इन प्राधिकरणों के सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव या सचिव इन पांचों प्राधिकरणों के सदस्य सचिव होंगे। साय कैबिनेट की बैठक में ये फैसले लिए गए हैं।
साय कैबिनेट के फैसले
कैबिनेट ने उच्च शिक्षा विभाग में गेस्ट लेक्चरर नीति-2024 को मंजूरी दी। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत चना वितरण के लिएम पर चना खरीदने के संबंध में कैबिनेट में निर्णय लिया गया कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत अनुसूचित क्षेत्र एवं मॉडा क्षेत्र में अन्त्योदय और प्राथमिकता वाले परिवारों को चना वितरण के लिए भारत सरकार की ओर से निर्धारित निर्गम मूल्य और नागरिक आपूर्ति निगम को प्राप्त रॉ चना की मिलिंग और परिवहन दर को जोडक़र प्राप्त कुल दर पर चना खरीदा जाएगा। मुख्यमंत्री के स्वेच्छानुदान मद से 14 हजार 369 व्यक्तियों और संस्थाओं को 19 करोड़ 37 लाख 93 हजार रुपए की स्वीकृत राशि का कार्योत्तर अनुमोदन मंत्रिपरिषद की ओर से प्रदान किया गया। कैबिनेट द्वारा विदेशी मदिरा के थोक विक्रय और भंडारण के लिए वर्तमान में प्रचलित एफएल 10 एबी अनुज्ञप्प्ति की व्यवस्था को समाप्त करते हुए सीधे विनिर्माता इकाइयों से विदेशी मदिरा का थोक क्रय को अप्रूवल दिया गया। विदेशी मदिरा का क्रय इससे पहले लाइसेंसियों की ओर से किया जाता था। सरकार ने इस व्यवस्था को समाप्त करने के साथ ही विदेशी मदिरा क्रय करने की जिम्मेदारी अब छत्तीसगढ़ बेवरेज कॉर्पोरेशन को दे दी है।
बृजमोहन अग्रवाल ने छोड़ा मंत्री पद
रायपुर। रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने विधायकी से इस्तीफा देने के एक दिन बाद आज मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया. अग्रवाल ने कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को अपना इस्तीफा सौंप दिया.
इसके पहले बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद बनने के बाद सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान विधायक अजय चंद्राकर, विधायक पुरंदर मिश्रा, अनुज शर्मा, पूर्व सांसद सुनील सोनी सहित कई नेता मौजूद थे. इस्तीफे के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, एक नई पारी की शुरुआत कर रहा हूं. आप सभी का प्यार और दुलार मिलता रहेगा. मैं रायपुर दक्षिण की जनता से माफी मांगता हूं. मुझे विधायक का पद नई दायित्व के साथ छोडऩा पड़ा है. मैं संसद में जनहित के मुद्दों को उठाता रहूंगा. केंद्र में मंत्री नहीं बन पाने का मुझे मलाल नहीं है.