बरमकेला। आप सबको विदित हो कि अभी हाल ही में 15 जून 2024 को विश्व के प्रथम छंदबद्ध संविधान पुस्तक का विमोचन व लोकार्पण हिन्दी भवन विष्णु दिगम्बर मार्ग नयी दिल्ली में किया गया है। यह गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। इस छंद बद्ध संविधान में 2110 दोहे,422 रोले के साथ 24 अन्य छंदों में रचनाएं लिखी गई है, जिनमें कई गीत भी शामिल हैं। यह बाबा भीमराव अंबेडकर निर्मित भारतीय संविधान के अर्थ में बिना कोई परिवर्तन किए छंदबद्ध किया गया है जो कि सुंदर गेयता के साथ सरलता से पढ़ा समझा जा सकता है। इस ग्रंथ का संपादन डॉ.ओंकार साहू मृदुल, डॉ .मधु शंखधर स्वतंत्र, डॉ. सपना दत्ता सुहासिनी द्वारा किया गया है इस ग्रंथ की रचना 142 साहित्यकारों द्वारा की गई है जिसमें जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के ग्राम लेन्धरा की बेटी पूर्णिमा चौधरी पिंकी ने भी अपनी लेखनी चलाई है,जो कि एक शिक्षिका ,कवयित्री होने के साथ साथ साहित्यिक और सामाजिक गतिविधियों में भी भागीदारी निभाती है, और अपनी रचना (अनुसूची गीत) से छंदबद्ध भारत के संविधान लेखन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इसके लिए दिल्ली हिन्दी भवन में पूर्णिमा चौधरी को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रशस्ति पत्र पुस्तक और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं वहीं कवियत्री पूर्णिमा चौधरी पिंकी ने भी अपने गांव समाज और देश को गौरवान्वित किया है। इसके लिए सगे संबंधियों और क्षेत्र के सम्माननीय जनों ने आशीर्वाद और शुभकामनाएं दी हैं।