रायपुर। छत्तीसगढ़ में दिव्यांग छात्रों को भविष्य बेहतर बनाने के लिए जल्द ही प्रदेश के सभी संभागों में दिव्यांग कॉलेज खोले जाएंगे। इस बात की जानकारी प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने दी है। उन्होंने कहा कि, इस योजना पर विभाग की प्लानिंग चल रही है। इस विषय पर जल्द ही सीएम विष्णुदेव देव साय से समय मांग कर चर्चा की जाएगी।
प्रदेश में बस्तर, सरगुजा, बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग समेत 5 संभाग है। विभाग की ओर से सभी संभाग मुख्यालय के आसपास ही कॉलेज खोले जाने की चर्चा है। ताकि संभाग में आने वाले जिलों के बच्चे आसानी से यहां तक पहुंचकर अपनी पढ़ाई कर सके। छत्तीसगढ़ के 33 में से करीब 21 जिलों में दिव्यांगों के लिए स्कूल संचालित हो रहे हैं। मंत्री राजवाड़े का कहना है कि, जल्द ही विभाग सभी जिलों में स्कूलों के संचालन की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही कौशल विकास और व्यावसायिक शिक्षा भी प्रदान की जाएगी।
राजवाड़े ने बताया कि, प्रदेश में विभिन्न श्रेणियों के करीब 7 लाख दिव्यांग हैं। फिलहाल कॉलेज नहीं होने के कारण 12वीं के बाद कई दिव्यांग बच्चे पढ़ाई छोडऩे को मजबूर हो जाते हैं। इसे देखते हुए स्कूल और कॉलेज की संख्या बढ़ाने की मांग लगातार की जा रही है। यह पहल दिव्यांग बच्चों को उच्च शिक्षा और बेहतर भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
संभावना है कि सीएम साय से चर्चा के बाद दिव्यांग कॉलेजों को नए शिक्षण सत्र में मंजूरी मिलेगी। इससे पहले यह अगले साल के बजट प्रविधानों में शामिल हो सकता है। प्रदेश में 7 लाख दिव्यांगों के लिए कॉलेज की अनिवार्यता लंबे समय से अनुभव की जा रही है।