रायगढ़। ओ.पी.जिंदल विद्यालय तराईमाल में विगत 14 से 15 जून तक दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यालय के विद्यार्थियों ने स्वागत गीत गायन कर अभिभावकों का स्वागत किया। इसके पश्चात विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती अलका गोडबोले ने माँ सरस्वती जी के चरणों में पूजा अर्चना करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्राचार्या ने दी शुभकामनाएं
प्राचार्या श्रीमती अलका गोडबोले ने अपने प्रेरक उद्बोधन में विद्यालय की उपलब्धि एवं विकास की जानकारी साझा करते हुए विद्यालय के प्रबंधन, शिक्षक, अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय के विद्यार्थियों के बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में विद्यालय के विकास के लिए विद्यालय के महत्वपूर्ण अंग शिक्षक, अभिभावक एवं विद्यार्थियों का सकारात्मक सहयोगपूर्ण वातावरण एवं शत प्रतिशत कड़ी मेहनत की सराहना की तथा उनका उत्साहवर्धन किया।
वार्षिक गतिविधियों की दी जानकारी
कार्यक्रम के अन्तर्गत विद्यालय के शिक्षकों ने क्रमश: विद्यालय की वार्षिक शैक्षणिक, विद्यालय की गतिविधियों की रूपरेखा साझा की गईं। शिक्षिका द्वारा विद्यालय के विजन, मिशन, नया बिल्डिंग, जीवविज्ञान, रसायन, भौतिक, कंप्यूटर, लैब की व्यवस्था, राष्ट्रीय शिक्षा नीति से संबंधित शिक्षा पद्धति, उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षण, नए पुस्तकों से सजा गंथालय, डिजिटल क्लासरूम, विद्यालय की गतिविधियां स्पेशल फीचर्स, 10वीं एवं 12वीं के 100त्न परिणाम, विभिन्न विद्यालय एवं संस्था के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में प्रतिभागी के रूप में चुने गए विद्यार्थियों के उपलब्धियां के बारे में जानकारी साझा की। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आधारित परीक्षा प्रणाली, शिक्षण रणनीति, विधि, प्रविधि, ऑडियो-वीडियो स्मार्ट क्लास, लैब गतिविधि, बाहरी मैदानी गतिविधि, विद्यालय के नियम कानून एवं नैतिक शिक्षा से संबधित शिक्षक, अभिभावक तथा विद्यार्थियों का विद्यालय के प्रति जिम्मेदारी, कर्तव्य एवं उनका पालन करने के बारे में जानकारी साझा की। उसके पश्चात् शिक्षक के द्वारा विद्यालय को डिजिटलाइज करने के बारे में स्कूल मैनेजमेंट एप्लीकेशन के बारे में जानकारी दी गई।
नैतिक मूल्यों की गई परिचर्चा
कार्यक्रम के अंत में शिक्षक एवं अभिभावकों ने विद्यार्थियों के जीवन में अध्ययन से संबंधित, नैतिक मूल्यों से संबंधित महत्त्वपूर्ण मुद्दे, समस्या एवं उसके समाधान के बारे में प्राचार्या,शिक्षक,अभिभावक द्वारा त्रियामी रूप से परिचर्चा की गई। कार्यक्रम की समाप्ति धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रगान गाकर की।वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी स्कूल स्टॉफ सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।