तमनार। भारत सरकार के राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बुनियादी साक्षरता व संख्या ज्ञान एफएलएन मिशन संचालित है जिसके तहत चार दिवसीय विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षण तमनार विकासखंड में 195 शिक्षकों को बुनियादी भाषा एवं संख्या ज्ञान से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बीईओ मोनिका गुप्ता ने बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य 3 से 8 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को भाषा और गणित की बुनियादी कौशलों में निपुण करना है। एफएलएन मिशन भारत के सभी राज्यों में शुरू किया गया है और इसका लक्ष्य 2025-26 तक छोटे बच्चों में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में मदद करना है।
गणितीय एवं भाषई कौशल को बच्चों में लाने के लिए विभिन्न शिक्षण गतिविधियों का प्रयोग कर सके इसलिए तमनार विकासखंड के तीनों जोन में प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रेनर भाषाई एवं गणितीय शिक्षण के विभिन्न तरीकों को गतिविधि आधारित बनाने हेतु शिक्षकों को प्रशिक्षित कर रहे हैं। एन ई पी 2020 के तहत एफ एल एन मिशन में गणितीय एवं भाषाई कौशल के विकास हेतु पाठ योजना को परिवर्तन करते हुए इसे चार-चार ब्लॉकों के तहत बांटा गया है जिसमें भाषा कौशल में मौखिक भाषा विकास,भाषाई दक्षता ,पठन एवं लेखन इसी प्रकार गणितीय दक्षता में गणितीय बातचीत गणितीय दक्षता, अभ्यास एवं गणितीय खेल में बांटा गया है। प्रशिक्षकों के द्वारा शिक्षकों को इन चार ब्लाकों पर काम करना सिखाया जा रहा है। समझ एवं रटन पद्धति से सीखना के स्थान पर करके सीखने के तरीके एवं सीखना को कैसे सीखे? इन पर केंद्रित किया जा रहा है। बच्चों को भाषाई एवं गणितीय दक्षता में पारंगत बनाने के लिए शिक्षकों को एक रणनीति के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वह इस रणनीति के तहत शिक्षण गतिविधि में परिवर्तन करते हुए इन दक्षताओं को हासिल करवाने में कामयाब हो सके। गणितीय एवं भाषाई दक्षता को प्राप्त करने का लक्ष्य 2025-26 तक रखा गया है जो 21वीं सदी के 6 कौशलों पर बात करता है। यह 6 कौशल हैं तार्किक सोच ,रचनात्मक सोच, सहयोग की भावना, संप्रेषण, करुणा और आत्मविश्वास में वृद्धि। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का जो उद्देश्य है वह निश्चय ही इन 6 कौशलों को भावी पीढ़ी के नागरिक बनने वाले बच्चों में समाहित करना है जिससे एक अच्छे नागरिक से एक अच्छे समाज ,एक अच्छे राज्य और एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण हो सके।