बलौदाबाजार। बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को बवाल हो गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ की। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ के बीच कुछ लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोग भी घायल हुए हैं। आगजनी और तोडफ़ोड़ के चलते बड़ी संख्या में वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दर्जनों चार पहिया और दो पहिया वाहन जलकर खाक हो गए। वहीं कलेक्टर और एसपी दफ्तर में भी आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। घटना के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं दिल्ली गए डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा सूचना मिलने के बाद रायपुर पहुंच रहे हैं। पहले उन्हें मंगलवार को रायपुर लौटना था।
जैतखाम तोडऩे से नाराज है समाज
जानकारी के मुताबिक, 15 मई की देर रात सतनामी समुदाय के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में लगे धार्मिक चिन्ह जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।
पुलिस इंटेलिजेंस फेल
दशहरा मैदान में सोमवार को शांतिपूर्ण चल रहा प्रदर्शन दोपहर के बाद अचानक उग्र हो गया। हजारों की भीड़ कलेक्टर परिसर में घुस गई और तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। इन प्रदर्शनकारियों में 70 प्रतिशत युवा थे। ये लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन को प्रदर्शन को सूचना थी, लेकिन उन्हें लगा था कि सामान्य प्रदर्शन होगा। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल भी तैनात किया गया था। इसी दौरान समाज के लोग आक्रोशित होकर कलेक्ट्रेट का घेराव करने निकल गए। फिर बवाल बढ़ता चला गया।
बेकाबू भीड़ समझाने पर भी नहीं माने-एसपी
एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि समाज विशेष के लोगों को धरना-प्रदर्शन की इजाजत दी गई थी। उनकी ओर से शांतिपूर्वक करने का आश्वासन दिया गया था। अचानक हंगामा शुरू कर दिया और लोग बेकाबू हो गए। आगजनी और पथराव शुरू कर दिया। दूसरे रास्ते से भी उपद्रवी आए और बैरिकेड तोडक़र कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए। बिल्डिंग को आग लगा दी। पथराव किया, इसके चलते कई पुलिसकर्मी और एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट घायल हो गए। इसके बाद भी उन्हें समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वे नहीं माने और कलेक्ट्रेट के अंदर घुस गए। एसपी ने बताया कि, शहर में भी कुछ जगह उपद्रव का प्रयास किया गया, लेकिन उन्हें कंट्रोल कर लिया गया। फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण हैं। आग पर काबू पा लिया गया है। पूरी घटना की वीडियो-फोटोग्राफी कराई गई है। इसके जरिए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।