सारंगढ़। गोमर्डा अभ्यारण्य वन परिक्षेत्र में लंबे समय से 26 हाथियों का दल विचरण कर रहा है, जिन्हें सारंगढ़ वन परिक्षेत्र में एक वर्ष से ज्यादा समय हो गया है। सूत्रों कि माने तो सारंगढ़ बिलाईगढ़ गोमर्डा अभ्यारण वन परिक्षेत्र को इन्होंने अपना निवास बना लिया है। ग्राम फर्सवानी में उस वक्त लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा जब हाथियों का दल बीती रात बटाउपाली बीट से होते हुए माधोपाली पहुंचा और सुबह 4 बजे इन का दल ग्राम फर्सवानी पहुंचा सुबह-सुबह वन विभाग को हाथियों के दल की जानकारी दी गई। जहा जिला वन मंडलाधिकारी पुष्पलता टंडन कृष्णू चंद्राकर एसडीओ सेंचुरी अमिता गुप्ता एसडीओ रेगुलर, सुरेंद्र अजय रेंजर सारंगढ़ सेंचुरी, सेवक बैग रेंजर रेगुलर के साथ 50 से भी अधिक वन अमला उक्त स्थल पहुंचें।
विदित हो कि घंटो मशक्कत के बाद सडक़ों पर एकत्रित ग्रामीणों की भीड़ को किसी तरह हाथियों से बहुत दूर हटाया गया, सडक़ों को खाली करवाया गया। चारों ओर से घिरे लोगों के हुजूम को देखकर हाथियों का दल कई घंटे तक गांव में रुका रहा फिर शाम होते ग्रा. माधोपाली स्टाफ डैम पहुंच गया,हाथियों को देखने के लिए सैकड़ो ग्रामीणों की भीड़ डटी रही। देर शाम तक हाथियों का दल माधोपाली में रुक शाम 7 बजे तेज आंधी तूफान चलने के बाद बरसात में हाथियों का दल पुन: अपने वापसी रास्ते बटाऊपाली की ओर निकल गया। सूत्रों की माने तो यह 25 हाथियों का दल था,जिसमें लगभग 16 हाथी उपस्थित थे। दो दिन से हाथी जिसमें एक दंतैल हाथी बच्चा के साथ 16 हाथियों थे और एक दंतैल हाथी इस दल से अलग थलग था। हाथियों के उक्त दल ने किसी भी प्रकार की जान माल को हानि नहीं पहुंचाई। वन मंडल जिला प्रशासन और वन विभाग की टीम निरंतर हाथियों की दल की निगरानी कर रही है और ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील कर रही है।