सारंगढ़। वासु जैन छग कैडर 2021 बैच के आईएएस है। वे मूलत: दिल्ली के रहने वाले है। बीएससी, एलएलबी करने के बाद उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 67 वे रैंक के साथ यूपीएससी में सफलता पाई है। वासु जैन छग कैडर के 2021 वैंच के आईएएस है। वे मूलत: दिल्ली के रहने वाले है। अपनी मां के आईएएस बनने की अधूरी ख्वाहिश को पूरा करने वे आईएएम बने। लॉ को डीग्री लेने के बाद यूपीएससी की। वर्तमान में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में सारंगढ़ अनुविभाग एसडीएम है। दिल्ली के रहने वाले वासु जैन का जन्म 14 जून 1995 को हुआ है। दिल्ली से ही स्कूलिंग करने के बाद इंट्रेंस टेस्ट निकालकर गुजरात नेशनल यूनिवर्सिटी से बीएससी एलएलबी की डीग्री ली। यूनिवर्सिटी के वें सेकेंड टॉपर रहे। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिसों में से एक न्यायमूर्ति मधीन सिंह के साथ लॉ असिस्टेंट के रूप में इंटनशिप भी किया। वासु जैन ने प्लेसमेंट के लिए सात इंटरव्यू किया था। पर वे एग्जाम में सफल नहीं हो सकें। वासु की मां चाहती थी कि वासु आईएएस बने बचपन से मां के सपने को सुनते हुए उनका भी सपना आईएएस बनने का हीं हुआ। दूसरे टेस्ट में प्रॉलिक्लियर करते हुए इंटरव्यू तक पहुंचे, पर फाइनल सलेक्शन से चूक गए। फिर तीसरी बार यूपीएससी देते हुए 67 वीं रैंक के साथ चयनित हुए। वासु जैन ने अपने बचपन की दोस्त अंशिका जैन से शादी की। अंशिका भी दिल्ली की रहने वाली है। यूपीएससी 2022 में 306 वीं रैंक हासिल कर आईपीएस के लिए चयनित हुई है। उन्हें आईपीएस 2023 बैच व छग कैडर एलॉट हुआ। वर्तमान में प्रशिक्षणार्थी अधिकारी है। अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वासु ने सेल्फ स्टडी से तैयारी शुरू की। एनसीई आरटी की पुस्तकों को बेस बना तैयारी पर फोकस कियें। यूपीएससी के पहले अटेम्प्ट में उनका प्री एग्जाम भी क्लियर कियें। प्रोफेशनल कैरियर वासु जैन ने 5 दिसंबर 2021 को आईएएस की सर्विस ज्वाइन की। लाल बहपुर प्रशिक्षण अकादमी से ट्रेनिंग खत्म होने के बाद फील्ड ट्रेडिंग के लिए उन्हें सहायक कलेक्टर के पद पर बिलासपुर जिले में नियुक्ति मिली। वे बिलासपुर जिले के कोटा अनुविभाग में एसडीएम रहे। वासु जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड बिलासपुर में भी कुछ दिनों तक काम किया। वर्तमान में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सारंगढ़ अनुविभाग के एसडीएम है।
मां की ख्वाहिश पूरी करने आईएएस बने : वासु जैन
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lochan Gupta