रायगढ़। छत्तीसगढ़ में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस को फिर एक बार करारी शिकस्त दी है। भाजा ने प्रदेश की कुल 11 लोकसभा सीटों में से 10 पर अपनी जीत दर्ज की है वहीं कांग्रेस एक ही सीट पर जीत पाई है। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर भले की भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षानुरूप नही रहा किंतु छत्तीसगढ़ की जनता ने भाजपा की झोली में 11 में से 10 सीटें डाल दी। मंगलवार 4 जून की सुबह से शुरू हुई मतगणना में भाजपा के उम्मीद़वार सुबह से ही कांग्रेस प्रत्याशियों से बढ़त बनाकर चलते रहे। दोपहर तक लगभग तय हो गया था कि भाजपा को प्रदेश में 10 सीटेें मिलने वाली है। वहीं कांग्रेस को एकमात्र लोकसभा सीट कोरबा बढ़त मिलती रही जहां से ज्योतसना महंत चुनाव मैदान में थी। कहा जा सकता है ज्योतसना महंत अपनी सीट बचाने में कामयाब रही। वही कांग्रेस के कद्दावर नेता भूपेश बघेल,ताम्रध्वज साहू,कवासी लखमा,शिव डहरिया,देवेन्द्र यादव को भी हार का सामना करना पड़ा। भूपेश बघेल को भाजपा के संतोष पांडे ने हराया। कहीं-कहीं ऐसा लगा कि कांग्रेस भाजपा को टक्कर दे रही है पर शाम होते – होते भाजपा प्रत्याशियों ने अपराजेय बढ़त बना ली और देर शाम तक प्रदेश की 10 लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा हो गया। वहीं कांग्रेस को एक ही सीट पर संतोष करना पड़ा।
रायगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी 2 लाख 40391 वोटों से जीते
रायगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी राधेश्याम राठिया ने 2 लाख 40 हजार 391 वोटों से जीत दर्ज की है। 24 राउंड की मतगणना में भाजपा को 8 लाख 8275 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी डॉ मेनका देवी सिंह को 5 लाख 67 हजार 884 वोट मिले हैं। वहीं, डाकमत में भाजपा प्रत्याशी को 1608 और कांग्रेस प्रत्याशी को 1397 वोट मिले हैं। जीत के बाद विजय जुलूस भी निकाला गया। इस सीट के लिए रायगढ़ के केआईटी कॉलेज में मतगणना हुई। जहां 3 लेयर में सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती की गई थी। रायगढ़ में 13 प्रत्याशियों के लिए 7 मई को 76.22त्न वोटिंग हुई थी।रायगढ़ लोकसभा में 8 विधानसभा आते हैं। जिसमें धरमजयगढ़, जशपुर, खरसिया, कुनकुरी, लैलूंगा, पत्थलगांव, रायगढ़ और सारंगढ़ शामिल है।
रायगढ़ की जनता का धन्यवाद : राठिया
नवनिर्वाचित सांसद राधेश्याम राठिया का कहना है कि सबसे पहले तो मैं रायगढ़ की जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो इन्होंने मुझे जिताया। अब मेरी प्राथमिकता होगी कि रायगढ़ में टर्मिनल, हवाई अड्डा, सारंगढ़ जो रेलवे से अछूता है, उसे पूरा करना। जशपुर को भी रेल लाइन से जोडऩा और पर्यटन क्षेत्र में बढ़ावा देना है। मैं जीत का श्रेय हमारे कार्यकर्ताओं को देना चाहूंगा। साथ ही जो भी प्रमुख समस्या है, उसे पूरा करने का प्रयास करूंगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग को ऐतिहासिक तीसरी बार मिला जनादेश : सीएम साय
रायपुर। देश में 18वीं लोकसभा चुनाव के अंतर्गत सात चरणों में हुए मतदान के परिणाम आज आए। इस चुनाव में भाजपा नीत राजग गठबंधन ने तीसरी बार जीत हासिल की है। छत्तीसगढ़ की ग्यारह लोकसभा सीटों में दस सीटों में भाजपा ने बढ़त बनाई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने चुनाव परिणामों पर कहा कि लगातार तीसरी बार देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत राजग को भरपूर जनादेश दिया है। छत्तीसगढ़ में भी हमने इतिहास रचा है।
छत्तीसगढ़ में भाजपा की शानदार जीत पर श्री साय ने कहा कि प्रदेश की दस सीटों पर निर्णायक बढ़त और एक सीट पर मामूली मतों से दूर रह जाना यह साबित करता है कि मोदी की गारंटी पर जनता ने अभूतपूर्व भरोसा दिखाया है। हमें माता-बहनों, किसान-मजदूरों, युवाओं-बुजुर्गों हर वर्ग का समर्थन मिला है। उन्होंने इसके लिए प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया। श्री साय ने छत्तीसगढ़ की जनता द्वारा भाजपा को मिले आशीर्वाद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रभारी नितिन नबीन सहित सभी केंद्रीय भाजपा नेताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया। सीएम साय ने इंडी गठबंधन को घेरते हुए कहा कि यह चुनाव कांग्रेस और उसकी सहयोगी दलों द्वारा बोले गए झूठ और दुष्प्रचार के लिए जाना जायेगा। कांग्रेस ने तीसरी बार मोदी सरकार के आने पर देश में चुनाव नहीं होने का झूठ, संविधान पर झूठ, आरक्षण पर झूठ, महतारी वंदन पर झूठ, चावल योजना पर झूठ सहित विभिन्न विषयों पर झूठ बोला। छत्तीसगढ़ सहित देश की जनता ने कांग्रेस के झूठ पर भरोसा नहीं किया और भाजपा के पक्ष में अपना भरोसा दिखाया। इंडी गठबंधन द्वारा फैलाये गए तमाम दुष्प्रचार और झूठ के बावजूद राजग गठबंधन का बहुमत आना मोदी जी के प्रति जनता के अटूट भरोसे को दर्शाता है। इसके लिए मैं छत्तीसगढ़ सहित समूचे देश की जनता का आभार व्यक्त करता हूँ।
ओडिशा में भाजपा की बम्पर जीत पर सीएम साय ने कहा कि ओडिशा में भी सुशासन का सूर्योदय हुआ है। वहां सरकार बनने के साथ लोकसभा में भी अच्छी-खासी सीट मिली है। जिस तरह प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में सबने मेहनत की, मैंने, प्रदेश के नेताओं भी वहां रैलियां की, जिससे सबके प्रयासों से ओडिशा में भाजपा की डबल इंजन की सरकार बनी है और नवीन बाबू के नेतृत्व वाली 24 वर्षों से जमी बीजेडी सरकार को वहां की जनता ने नकार दिया। ओडिशा की जनता ने मोदी की गारंटी पर भरोसा किया, इसके लिए वहां की जनता का आभार व्यक्त करते हैं। विष्णु देव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक के बाद एक ताबड़तोड़ रैलियाँ, रोड शो और इंटरव्यू करके भाजपा के पक्ष में एकतरफा माहौल बना दिया। प्रधानमंत्री जी ने बिना थके, बिना रुके 75 दिनों में अकेले 206 रैलियां की, 23 रोड शो किये और 82 इंटरव्यूज दिए। इंडी गठबंधन का कोई नेता उनके आसपास भी नहीं रहा। जिसका प्रतिफल है कि मोदी जी के नेतृत्व में तीसरी बार राजग गठबंधन को बहुत मिला। श्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि मोदीजी के नेतृत्व में भारत विकास और समृद्धि के आकाश पर होगा। यह परिणाम मोदीजी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को सिद्ध करने वाला होगा।
बिलासपुर से बीजेपी के तोखन साहू 164558 वोटों से जीते
बिलासपुर। बिलासपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी के तोखन साहू को 715517 मत मिले हैं। कांग्रेस के देवेंद्र यादव 160660 वोटों से पीछे चल रहे हैं। देवेंद्र यादव को कुल 554857 मत मिले हैं। इस सीट पर 37 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिसमें भाजपा के तोखन साहू और कांग्रेस के देवेंद्र यादव के बीच सीधी टक्कर देखने को मिला। बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है। इस दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत की। उन्होंने कहा कि बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र में पानी, बिजली, सडक़ जैसी मूलभूत सुविधाओं के विस्तार और चकरभाटा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग जैसी मांगों को पूर्ण करने का लक्ष्य जाहिर किया है। उप मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री अरुण साहू ने भाजपा की लगातार तीसरी बार जीत को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के लक्ष्य के लिए जनता ने उन्हें महत्वपूर्ण समर्थन दिया। साव ने कहा कि एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि घमंड तो विपक्षी गठबंधन का चूर-चूर हुआ है जिस प्रकार उन्होंने चुनाव आयोग को शिकायत की और उसके बाद जो परिणाम सामने आए हैं, उससे साफ जाहिर है कि विपक्ष एक्सपोज हो चुका है।
रायपुर सीट में बृजमोहन अग्रवाल की बड़ी जीत
5 लाख 75 हजार वोट से विकास उपाध्याय को हराया
रायपुर लोकसभा में बृजमोहन अग्रवाल ने रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की है। कांग्रेस के विकास उपाध्याय को उन्होंने 5 लाख 75 हजार वोट से हरा दिया है। बृजमोहन अग्रवाल को कुल 10 लाख 50 हजार 351 वोट पड़े हैं। वहीं विकास उपाध्याय को 4 लाख 75 हजार 66 वोट मिले। पिछले चुनाव में सुनील सोनी के जीत का रिकॉर्ड बृजमोहन अग्रवाल ने तोड़ दिया है। 2019 में सुनील सोनी ने 3 लाख 48 हजार 238 वोटों से प्रमोद दुबे को हराया था। इस बार तीसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी ममता रानी रहीं। वहीं नोटा को करीब 4458 वोट पड़े।
सरगुजा से भाजपा के चिंतामणी महाराज 64822 वोटों से जीते
सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से चिंतामणि महाराज करीब 64 हजार 585 मतों से चुनाव जीत गए हैं। सरगुजा लोकसभा में यह भाजपा की लगातार पांचवीं जीत है। बीजेपी के चिंतामणि महाराज को 7 लाख 13 हजार 200 वोट मिले। वहीं कांग्रेस से शशि सिंह को 648378 वोट मिले। पिछले चार लोकसभा चुनाव के मुकाबले में यह वोट का अंतर सबसे कम हैं। सरगुजा लोकसभा अंतर्गत आने वाले 8 विधानसभाओं में से पांच में भाजपा और तीन में कांग्रेस को बढ़त मिली है। सरगुजा क्षेत्र के रामानुजगंज, अंबिकापुर, लुंड्रा, प्रेमनगर, भटगांव विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को बढ़त मिली। साथ ही सीतापुर, सामरी और प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को बढ़त मिली है। छत्तीसगढ़ में तीसरे और अंतिम चरण के लिए सरगुजा लोकसभा सीट पर 79.89 प्रतिशत हुआ। सरगुजा लोकसभा क्षेत्र के लिए 18.19 लाख मतदाताओं में से 1453444 ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है। मतदान के बाद अंबिकापुर, सूरजपुर और बलरामपुर जिला मुख्यालयों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में ईवीएम कड़ी सुरक्षा के बीच सील किए गए हैं।
कोरबा से कांग्रेस की ज्योत्सना महंत 43 हजार 283 वोटों से जीतीं
भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय की करारी हार
कोरबा लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत ने 43 हजार 283 वोटों से दूसरी बार जीत दर्ज की है। कांग्रेस को 5 लाख 70 हजार 183 वोट मिले हैं। वहीं, भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को 5 लाख 26 हजार 899 वोट मिले हैं। जीत के बाद कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। दरअसल, कोरबा के आईटी कॉलेज में 4 जून को मतगणना हुई। 27 प्रत्याशियों के लिए 7 मई को 75.63त्न वोटिंग हुई। 3 लेयर में सुरक्षा के लिए मतगणना स्थल पर 500 जवानों की तैनाती की गई थी। कोरबा विधानसभा में 18 राउंड, रामपुर विधानसभा में 21 राउंड, पाली तानाखार विधानसभा में 22 राउंड, कटघोरा विधानसभा में 19 राउंड, जीपीएम में 18, एमसीबी में 12 राउंड और कोरिया बैकुंठपुर में 17 समेत कुल 142 राउंड में गिनती हुई। कोरबा में वास्तविक लड़ाई सरोज पांडेय और चरणदास महंत के बीच थी। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत दोबारा चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। पिछली बार जब प्रचंड मोदी लहर थी, तब भी वे यहां से जीती थीं। इस बार सरोज पांडेय को भिलाई से ले जाकर कोरबा सीट से लड़ाया गया। सरोज पांडेय भाजपा की राष्ट्रीय नेता हैं। वे यहां से चुनाव जीत जातीं, तो केंद्र में बड़ा ओहदा होता। ऐसी चर्चा है कि पार्टी के ही कई दिग्गज नहीं चाहते थे कि सरोज चुनाव जीतें। कोरबा में उन्हें स्थानीय नेताओं का वैसा सहयोग भी नहीं मिला, जो मिलना चाहिए था। अंदर खाने की बात यह भी है कि भाजपा के लोगों ने कांग्रेस के लिए काम किया। दूसरा, बाहरी और बिहारी का नारा भी लोगों ने चलाया। ज्योत्सना महंत के खिलाफ नाराजगी थी, लेकिन चरणदास महंत का चुनावी मैनेजमेंट यहां मोदी के चेहरे पर भारी पड़ा।
दुर्ग लोकसभा सीट पर विजय बघेल जीते
कांग्रेस के राजेंद्र साहू को 4 लाख 38 हजार 226 वोटों से हराया
दुर्ग लोकसभा सीट पर विजय बघेल ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू को हराया। वे 4 लाख 38 हजार 226 वोटों से जीते। विजय बघेल को 9 लाख 56 हजार 497 वोट मिले। राजेंद्र साहू को 5 लाख 18 हजार 271 वोट मिले। इस तरह जीत का अंतर 4 लाख 38 हजार 226 रहा। कुल वोट प्रतिशत 62 रहा। विजय बघेल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भतीजे हैं। भिलाई स्टील प्लांट इस जिले में होने के कारण यह क्षेत्र विशेष स्थान रखता है। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र में कुल 20 लाख 90 हजार 414 मतदाता हैं, जिनमें से 15,40,193 मतदाताओं ने मतदान किया है। दुर्ग लोकसभा सीट पर जीत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल को प्रमाण पत्र दिया। साथ में दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, भिलाई बीजेपी जिलाध्यक्ष महेश वर्मा, पार्षद रश्मि सिंह, अरविंदर खुराना और विजय बघेल के भाई संजय बघेल मौजूद रहे।
बस्तर से बीजेपी के महेश कश्यप 55245 वोटों से जीते, पूर्व मंत्री कवासी लखमा को हराया
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में बस्तर लोकसभा की 8 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं। बीजेपी से महेश कश्यप ने कांग्रेस के प्रत्याशी कवासी लखमा को 55245 वोटों से हराया है। बीजेपी से महेश कश्यप को 458398 वोट मिले, वहीं कवासी लखमा को 4 लाख 3 हजार 153 वोट मिले। बस्तर लोकसभा सीट से कुल 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमाने उतरे थे। बस्तर, चित्रकोट और जगदलपुर इन तीन विधानसभा की मत पेटियों की गिनती जगदलपुर में हुई, जबकि नारायणपुर, दंतेवाड़ा, कोंडागांव और कोंटा (सुकमा) की उसी जिले के जिला मुख्यालय में वोटों की गिनती हुई। 14 और 16 राउंड में मत पेटियों की गिनती की गई।
बस्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत कुल 8 विधानसभा है। जिनमें 1957 पोलिंग बूथ बनाए गए थे। नक्सल प्रभावित इलाके के करीब 234 पोलिंग बूथों को पास के गांवों में शिफ्ट किया गया था। बस्तर लोकसभा सीट में जगदलपुर और बस्तर में सुबह 7 से शाम 5 बजे तक वोटिंग हुई थी, जबकि, दंतेवाड़ा, कोंटा (सुकमा), नारायणपुर, कोंडागांव, बीजापुर में सुबह 7 से शाम 3 बजे तक ही वोट पड़े थे।
महासमुंद से भाजपा की रूपकुमारी चौधरी ने 1.45 लाख वोट से जीतीं
महासमुंद। महासमुंद लोकसभा में भाजपा की रुपकुमारी चौधरी ने जीत हासिल कर ली है। उन्होंने पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को 1 लाख 45 हजार 456 वोटों से हरा दिया है। काउंटिंग के पहले ही चरण से भाजपा प्रत्याशी आगे ही रहीं थीं। जीत के बाद उन्होंने कहा, कि मेरे सामने बड़े लीडर थे लेकिन जनता का भरोसा बीजेपी पर है। भाजपा की रुपकुमारी को जहां 7 लाख 3 हजार 659 वोट मिले हैं, तो वही कांग्रेस के ताम्रध्वज साहू को 5 लाख 58 हजार 203 वोट मिले। बाकी 15 प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। महासमुंद में 17 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग 26 अप्रैल को हुई थी। इसमें मुख्य मुकाबला भाजपा से रूप कुमारी चौधरी और कांग्रेस से ताम्रध्वज साहू के बीच है। 26 अप्रैल को महासमुंद लोकसभा में कुल 75.02 फीसदी मतदान हुआ है। इसमें 75.82 फीसदी पुरुष और 74.24 महिलाओं ने वोटिंग की थी।
जांजगीर-चांपा से बीजेपी की कमलेश जांगड़े 60 हजार वोट से जीतीं
जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट में भी बीजेपी ने जीत हासिल कर ली है। कांग्रेस से पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया मैदान में थे जिन्हें बीजेपी की कमलेश जांगड़े ने करीब 60 हजार वोट से हरा दिया है। कमलेश जांगड़े को 6 लाख 78 हजार 199 वोट मिले। वहीं डहरिया को 6 लाख 1 हजार 747 वोट मिले हैं। इस लोकसभा की खास बात यह रही कि, इस सीट के तहत 8 विधानसभा आती है और आठों विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं। जांजगीर में 18 प्रत्याशियों के लिए वोटिंग 7 मई को हुई थी। इस लोकसभा सीट में 67.36 फीसदी पुरुष और 67.76 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया। कुल वोटिंग 67.56 प्रतिशत प्रतिशत हुई थी।
आठों विधानसभा में कांग्रेस विधायक, सभी इस्तीफा दें- चंदेल
छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि 8 विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं, मगर वे बुरी तरह से हार चुके हैं। सभी को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। तंज कसते हुए कहा कि, जांजगीर के भीमा तालाब में पानी बचा हुआ है डूबने के लिए।
राजनांदगांव से संतोष पाण्डेय 44635 वोट से जीते
पूर्व सीएम भूपेश बघेल को हराया
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट के नतीजे आ गए हैं। भाजपा के संतोष पांडेय ने कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल को 44635 वोटों से हराया है। संतोष पांडेय को 7 लाख 05 हजार 761 वोट मिले, वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल को 6 लाख 61 हजार 126 वोट मिले हैं। बता दें कि राजनांदगांव में कांग्रेस-भाजपा के दिग्गज नेता समेत 19 प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान में थे। राजनांदगांव लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को 72.93त्न वोटिंग हुई थी। राजनांदगांव में 8 विधानसभा सीटें आती हैं, इनमें एक सीट मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और 2 सीटें कवर्धा जिले में आती हैं। राजनांदगांव, मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, डोंगरगढ़, पंडरिया, कवर्धा और खैरागढ़ विधानसभा शामिल हैं।
कांकेर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी भोजराज नाग ने 1884 वोटों से जीत दर्ज की है। बीजेपी को 5 लाख 97 हजार 624 वोट मिले हैं। कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर को 5 लाख 95 हजार 740 वोट मिले हैं। कांग्रेस ने 1800 डाक मतपत्र रिजेक्ट करने का आरोप लगाते हुए रिकाउंटिंग की मांग की थी। कांकेर के नेशनल हाईवे-30 स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज नाथिया नवागांव में मतगणना हुई। 9 प्रत्याशियों के लिए 26 अप्रैल को 73.50त्न वोटिंग हुई। 3 लेयर में सुरक्षा व्यवस्था थी। इस लोकसभा में 4 जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र शामिल है। जिसमें कांकेर जिले की तीनों विधानसभा अंतागढ़, कांकेर और भानुप्रतापपुर। बालोद जिले की तीन विधानसभा संजारी बालोद, गुण्डरदेही और डौंडी लोहारा सीट शामिल है। वही कोंडागांव जिले की केशकाल और धमतरी जिले की नगरी सिहावा विधानसभा सीट शामिल है। कांकेर में बिरेश सिंह ठाकुर विनिंग कैंडिडेट थे। उन्होंने चुनाव भी तगड़ा लड़ा, लेकिन यहां भी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हुआ। ध्रुवीकरण का फायदा भोजराज नाग को मिला। भोजराज नाग अंतागढ़ से ठीक इसके पहले विधायक रहे थे, जिनका टिकट काट दिया गया था।