रायगढ़। गुरुवार को अडानी पावर प्लांट में कोयला लेकर आया ट्रक चालक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। घटना की सूचना मिलने पर परिजन व चालकों ने मुआवजे को लेकर जमकर हंगामा मचाया। जिससे पुलिस के समझाइ्र्रश पर मामला शांत हुआ।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार झारखंड प्रांत के ग्राम लिपटा-छतरा निवासी प्रयाग साहू पिता बुधन साहू (54 वर्ष) डाला बॉडी ट्रक क्रमांक सीजी-04 जेओ 4018 को चलाने का काम करता था। ऐसे में गुरुवार को दोपहर करीब एक बजे ओडिशा से कोयला लोड कर पुसौर थाना क्षेत्र के ग्राम बड़े भंडार स्थित अडानी पावर प्लांट लेकर आया था, जहां पहले से दर्जनभर से अधिक कोयला लोड गाडिय़ां खाली होने के लिए कतार में खड़ी थी, जिससे उसने प्रयाग साहू ने अपनी गाड़ी को कंपनी के पार्किंग में खड़ी कर आराम करने लगा। इस दौरान तेज धूप व लू के बीच संदिग्ध हालत में उसकी मौत हो गई। कुछ देर बाद जब अन्य चालकों ने उसे गाड़ी आगे बढ़ाने के लिए बोलने गए तो वह अचेत पड़ा था, जिससे आसपास के अन्य चालकों ने देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। ऐसे में घटना की सूचना कंपनी प्रबंधन व पुसौर पुलिस को दी गई, जिससे पुलिस ने उसके शव को जिला अस्पताल के मरच्यूरी में रखवाते हुए घटना की सूचना उसके परिजनों को दिया, वहीं अन्य चालकों ने इस बात को लेकर विरोध करने लगे कि कंपनी के पार्किंग में न तो छांव की व्यवस्था है और न ही पीने का पानी जिससे चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर समझाईश देते हुए मामले को शांत कराया। शात ही पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
इस संबंध में परिजन व चालकों ने बताया कि अडानी पावर प्लांट में हर दिन 40 से 50 कोयला लोड गाडिय़ां आती है, लेकिन मात्र 10 से 12 गाडिय़ां ही एक दिन में खाली हो पाती है। ऐसे में बाकी गाडिय़ों को कंपनी के पार्किंग में ही खड़ा कर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में इस भीषण गर्मी में वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि पार्किंग क्षेत्र में न तो छांव की व्यवस्था है और न ही ठंडा पानी है। जिसके चलते इस भीषण गर्मी में गाड़ी में बैठना पड़ता है। ऐसे में हो सकता है कि कहीं लू की वजह से उसकी मौत तो नहीं हुई है। हालांकि अभी डाक्टरों द्वारा लू लगने की पुष्टि नहीं की गई है। ऐसे में पुलिस का कहना है कि अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
मुआवजे को लेकर किया हंगामा
इधर परिजनों ने अस्पताल पहुंचने के बाद मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इनका कहना था कि कंपनी परिसर में मौत हुई है, जिससे कंपनी प्रबंधन मुआवजे थे, वहीं दूसरी तरफ कंपनी की तरफ से आए जिम्मेदार अधिकारी का कहना था कि कंपनी गेट के बाहर खड़ी थी, जिससे कंपनी इसका जिम्मेदार नहीं है। इस बात को लेकर काफी देर तक अस्पताल में हंगामा चला। ऐसे में पुसौर पुलिस ने दोनों पार्टी को समझाईश देते हुए शांत कराया और परिजनों को आश्वासन दिया कि हो भी उचित मुआवजा होगा उन्हें दिलाया जाएगा।