भिलाईनगर। भिलाई स्टील प्लांट के गेट पर भारी वाहनों की वजह से होने वाली परेशानी का मामला तूल पकड़ रहा है। संयंत्र के अंदर तथा बाहर हो रहे हादसे में कई संयंत्र कर्मचारियों को खो चुके हैं। ना जाने कितने ही लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर अपने शारीरिक अंगों को गंवा चुके हैं।बीएसपी वर्कर्स यूनियन ने इसे गंभीरता से लिया और सडक़ो में डाले जा रहे रेत का जबरदस्त विरोध किया। सीजीएम सेफ्टी और सीजीएम नगर सेवा ने आपसी चर्चा किया। सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण दिशा निर्देश के पालन नहीं करने और नियमो के उल्लंघन करने के मुद्दे पर भी बीएसपी वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधिमंडल अपने अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता के नेतृत्व में मुख्य महाप्रबंधक सेफ्टी प्रवीण राय भल्ला से मिला और सुरक्षा के मामले में बरती जा रही घोर लापरवाही को उनके समक्ष रखा।यूनियन के अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता ने कहा कि आईआर चौक से लेकर इस्पात भवन चौक तक और बोरिया गेट पर ना केवल ड्यूटी आने जाने के समय पर बल्कि दिनभर भारी वाहन रोड के ऊपर बेतरतीब ढंग से पूरे रोड को जाम कर खड़े रहते हैं। हद तो तब हो जाता है जब समान्य पाली और अन्य पाली के समय पर कर्मचारियों के आने जाने हेतु जगह तक नहीं रहता है। इससे भयंकर दुर्घटना होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।ये हाल तब है, जब इन सडक़ों पर समान्य पाली और अन्य पाली के समय पर एक घंटे तक भरी वाहनों के चलने पर पूर्णत: प्रतिबन्धित है। इस महत्वपूर्ण सडक़ से होकर प्लांट के सभी महत्वपूर्ण अधिकारी रोजाना आना जाना करते हैं, पर सालो गुजर जाने के बावजूद भी सभी जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने बैठे हैं।रोलिंग मिल गेट पर आने और जाने दोनों के लिए एक ही गेट खोला जाता है, जिससे बहुत अधिक परेशानी से रोज रोज कर्मियों को दो चार होना पडता है। इन सारे मुद्दे पर बात करने पर केवल आश्वासन ही मिलता है, समाधान नहीं। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्य महाप्रबंधक सेफ्टी प्रवीण राय भल्ला ने जल्द ही उचित कदम उठाने की बात मानी।इस मुद्दे पर मुख्य महाप्रबंधक नगर सेवा विभाग जीतेन्द्र यादव सपकाले को भी अवगत कराया गया। प्लांट के अंदर अनेक जगहों से कहीं गैलरी गिरने की, कहीं जर्जर हो चुके ढाचा गिरने की और भी घटनाएं आए दिन घटित होती रहती है।प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से अध्यक्ष उज्ज्वल दत्ता, शिवबहादुर सिंह, दिलेश्वर राव, अमित बर्मन, सुरेश सिंह, मनोज डडसेना, प्रदीप सिंह , विमल पांडे, संदीप सिंह, रविंद्र सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।