रायगढ़। किशोरी मोहन त्रिपाठी महिला महाविद्यालय, रायगढ़ में सहायक प्राध्यापक, वाणिज्य के पद पर सेवारत नीति देवांगन को अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर द्वारा डॉक्टर ऑफ़ फिलासफी की उपाधि प्रदान की गई है। यह शोध उपाधि उन्हें महिला उद्यमिता का आर्थिक सशक्तिकरण स्व सहायता समूह के माध्यम से एक वित्तीय अध्ययन जिला रायगढ़, छ.ग. के विषय संदर्भ में विषय पर लिखे गए शोध ग्रंथ के लिए प्रदान की गई है। उन्होंने अपना शोध कार्य पी. एन. एस. महाविद्यालय, बिलासपुर के विद्वान प्राचार्य डॉ. एस. के. शर्मा के कुशल निर्देशन व पर्यवेक्षण में पूर्ण किया है। शोध के दौरान उनके द्वारा वाणिज्य विषय से संबंधित विभिन्न पहलुओं और विषयों पर शोध पत्र लेखन भी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में उन्हें गुरु घसीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर द्वारा मास्टर ऑफ फिलॉसफी की उपाधि भी प्रदान की जा चुकी है। डॉ. नीति ने पूर्व में शासकीय कला, विज्ञान एवं वाणिज्य महाविद्यालय, धरमजयगढ़ एवं शासकीय पालूराम धनानिया वाणिज्य महाविद्यालय, रायगढ़ में भी अध्यापन कार्य किया है। 2009 में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, रायपुर द्वारा की गई भर्ती के अंतर्गत उनका चयन सहायक प्राध्यापक वाणिज्य के पद पर हुआ। अध्यापन के साथ-साथ उन्हें छात्र केंद्रित अन्य गतिविधियों में भी विशेष अभिरुचि है। इस दृष्टि से महाविद्यालय की एन. एस. एस. कार्यक्रम अधिकारी के रूप में वे अपनी भूमिका का निर्वहन कर रही है।
डॉ. नीति कोष्टापारा, रायगढ़ निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक श्री सनत कुमार मेहर एवं स्व. श्रीमती गीता मेहर की सुपुत्री हैं।
प्रस्तुत शोध कार्य की पूर्णता में उनके आशीर्वाद के साथ -साथ पिताश्री के सुदीर्घ शिक्षकीय अनुभव व सहयोग की विशेष भूमिका रही है।