रायपुर। रायपुर जिला कोर्ट में पेश हुए आरोपियों से पैसे लेकर जमानत करवाने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फर्जी ऋण पुस्तिका में तहसीलदार और पटवारी के हस्ताक्षर भी किए थे। जिसे जमानत लेने के लिए लगा दिया। जब जांच पड़ताल की गई, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी अरुण यादव आरंग इलाके के निसदा गांव का रहने वाला है। आरोपी ने 11 अक्टूबर 2023 को एक फर्जी ऋण पुस्तिका में खुद का नाम जेठूराम बताया। उसमें खुद की फोटो लगाकर एक मामले में जमानत के लिए आवेदन किया। कोर्ट के कर्मचारियों ने जब रजिस्टर और कागजातों की जांच पड़ताल की। तो उन्हें शक हुआ। इस मामले में आरंग तहसीलदार और पटवारी को ऋण पुस्तिका की जांच पड़ताल के लिए भेजा गया। तो पता चला कि इसमें लगा हुआ सील और हस्ताक्षर पूरी तरह फर्जी है। जिसके बाद पुलिस को स्नढ्ढक्र के निर्देश दिए गए। पुलिस ने इस मामले में आरोपी अरुण यादव को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी अरुण यादव जमानत लेने के लिए कई मामलों में न्यायालय में खुद हाजिर भी हुआ था। पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया कि फर्जी तरीके से ऋण पुस्तिका पेश कर जमानत लेने के लिए उसे 2 से 3 हजार रुपए मिलते थे। उसने अब तक कितने लोगों की जमानत ली है ये बात अभी साफ नहीं हो पाई है।