जशपुर। जिले के एक लडक़ी को उसके करीबी रिश्तेदार ने अपने साथ कार्य करने के बहाने दिल्ली ले जाने के बाद जहां लगभग 24 साल से लडक़ी का अता-पता नहीं चलने से परेशान पिता ने मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई, लडक़ी के पिता की रिपोर्ट पर जिले के एक थाना में धारा 363 भा.द.वि. का अपराध दर्ज करते हुए लडक़ी की पतासाजी शुरू कर दी और गुम लडक़ी को सकुशल बरामद किया।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि 61 वर्ष का पिता ने दिनांक 29-06-2023 को थाना में उपस्थित आकर आवेदन पत्र प्रस्तुत किया कि उसकी नाबालिक लडक़ी उम्र करीब 16 वर्ष को ग्राम चूल्हापानी के टीना खलखो के द्वारा बच्चे की देखभाल करने के लिए सन् 1999 से 2002 के मध्य दिल्ली लेकर गई जो आज दिनांक तक नहीं आई है न ही उसका पता चल रहा है। आवेदक के आवेदन पत्र पर सदर धारा का अपराध घटित करना पाये जाने से टीना खलखो के विरूद्ध अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया। विवेचना दौरान पीडि़ता का पतासाजी की जा रही थी जो पुलिस के सहयोग एवं प्रयास से दिनांक 20-05-2024 को प्रार्थी अपनी पुत्री पीडि़ता को अपने रिश्तेदार के साथ थाना लाकर पेश किये जिसका बरामदगी पंचनामा गवाहों के समक्ष तैयार कर दस्तयाब की गई है। महिला पुलिसकर्मी द्वारा पीडि़ता से बयान लेने पर बताई कि जब वह 05 वर्ष की थी तब उसकी माँ की मृत्यु हो गई थी वह कक्षा 6वीं पढ़ रही थी तब उसके पिताजी दूसरी शादी कर लिये। पिता व सौतेली मां नशे में होकर झगड़ा विवाद करते थे इसकी करीबी रिश्तेदार टीना खलखो इसके घर आती-जाती थी वह दिल्ली में रहती थी वह करीबी रिश्तेदार से बोली कि वह उसके साथ दिल्ली जायेगी फिर वह उसके साथ दिल्ली चली गई। दिल्ली में पीडि़ता अभिराम नाम के व्यक्ति के घर काम करने लगी, उसके बच्चे की देखभाल कर उन्हीं के साथ रहने लगी।
विगत 04 वर्ष से वह लखनउ स्थित एक घर में रह रही थी। इसी दौरान अपने भाई से बातचीत करती थी तब इसको पता चला कि उसके पिताजी उसकी गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज करा दिये हैं जिसके बाद दिनांक 19-05-2024 को अपने गांव आई और दिनांक 20-05-2024 को अपने पिताजी और मामाजी के साथ थाना में आकर सूचना दी। पीडि़ता के बयान मुताबिक उसके साथ किसी प्रकार का घटना दुर्घटना नहीं होना बताई है। पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री शशि मोहन सिंह द्वारा जिले के गुम इंसान एवं अपहृत बालिकाओं की दस्तायाबी हेतु विशेष अभियान चला कर तत्काल दस्तयाब करने हेतु सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है जो लगातार जारी है।