शनिवार रात से रविवार दोपहर तक जिले के लैलूंगा, तमनार व पूंजीपथरा थाना क्षेत्रों में तीन हादसा हुआ है। जिसमें पांच लोगों की असमय मौत हो चुकी है। इस हादसे में सबसे विदारक घटना लैलूंगा थाना क्षेत्र में हुआ है, जहां एक बाइक में सवार होकर तीन युवक शादी में शामिल होने जा रहे थे, इस दौरान इनकी बाइक पेड़ से टकरा जाने से तीनों युवकों की मौत हो गई। वहीं दूसरी घटना में अज्ञात भारी वाहन ने एक ग्रामीण को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। साथ ही तीसरी घटना में राधे-गोविंद प्लांट में जीसीबी के चपेट में आने से एक श्रमिक की मौत हुई है। जिससे संबंधित थाना के पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में लिया है।
शादी कार्यक्रम में शामिल होने एक ही बाइक से जा रहे थे तीनों युवक
रायगढ़। बीती रात एक बाइक में सवार होकर तीन युवक शादी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर से निकले थे, इस दौरान इनकी बाइक बीच रास्ते में ही अनियंत्रित होकर सडक़ किनारे पेड़ से टकरा गई, जिससे तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, घटना की सूचना पर पुलिस ने मामले को जंाच में लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार जिले के लैलूंगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सुबरा निवासी विजय भोय पिता चूणामणि भोय (20 वर्ष), लक्ष्मण चौहान पिता लोहर साय (24 वर्ष) और कुलेश्वर पैंकरा पिता संतोष पैंकरा (18 वर्ष) शनिवार शाम करीब 7 बजे मोटर सायकल क्रमांक सीजी-13 यूएच 6073 में सवार होकर शादी में शामिल होने ग्राम गेरूपानी जाने के लिये घर से निकले थे। इस दौरान बाईक सवार तीनों युवक जब कर्राहन के पुलिया के पास पहुंचे ही थे कि बाईक की गति तेज होने के कारण बाइक सवार वाहन से नियंत्रण खो बैठा जिससे इनकी बाइक सडक़ किनारे पेड़ से जाकर टकरा गई। जिससे बाईक सवार तीनों युवक छिटक कर गिर गए। हालांकि रात होने के कारण इन पर किसी राहगीर की नजर नहीं पड़ी, जिससे तीनों घायल हालत में वहीं पर पड़े रहने के कारण मौत हो गई। ऐसे में रविवार की सुबह करीब सात बजे जब आसपास के लोगों ने उधर गए तो देखे कि तीन युवक घायल हालत में पड़े हुए हैं, जिससे इसकी सूचना डायल 112 को दी गई, जिससे लैलूंगा पुलिस मौके पर पहुंच कर तीनों युवकों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। ऐसे में पुलिस ने मृतक युवकों के परिजनों को सूचना दिया और उनके आने पर मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव उसके परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
राधे गोविंद प्लांट में हुआ हादसा
रायगढ़। बीती रात राधे गोविंद प्लांट में काम करने के दौरान जेसीबी के चपेट में आने से एक श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसे उपचार के लिए अस्पताल लाते समय मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है। मिली जानकारी के अनुसार घरघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम भालूनारा निवासी सुदामा राठिया पिता छोटेलाल राठिया (35 वर्ष) पूंजीपथरा स्थित राधे-गोविंद प्लांट में हेड फीटर के पद पर पदस्थ था। ऐसे में शनिवार शाम को रात के शिफ्ट में काम करने के लिए गया था। जिससे रात करीब तीन बजे प्लांट के अंदर कोयला चूरा गोदाम के पास काम कर रहा था। इसी दौरान जेसीबी चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन को पीछे कर रहा था, जिसके चपेट में सुदामा राठिया आ गया। जिससे उसके कमर व सीने में गंभीर चोट लग गई। इस दौरान अन्य श्रमिकों के शोर मचाने पर जेसीबी वाहन को आगे किया, लेकिन गंभीर चोट लगने के कारण उसकी हालत गंभीर होने लगी थी। ऐसे में उपचार के लिए उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल लाया गया, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार को अस्पताल से भेजी गई तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
सडक़ दुर्घटना में युवक की मौत के बाद ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
रायगढ़। एक बाइक सवार युवक को अज्ञात भारी वाहन ने ठोकर मार दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, घटना की सूचना मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने सडक़ में शव रखकर चक्काजाम शुरू कर दिया। उक्त घटना तमनार थाना क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार जिले के तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लिबरा निवासी दिवाकर गुप्ता रविवार दोपहर करीब 12 बजे अपनी मोटर सायकल से किसी काम के सिलसिले में घर से निकला हुआ था। इस दौरान अभी गांव के आसपास में ही था कि अज्ञात भारी वाहन के चालक ने तेज एवं लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए बाईक सवार अपनी चपेट में ले लिया, जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। साथ ही हादसा होने के बाद चालक वाहन सहित मौके से फरार हो गया। ऐसे में जब इसकी सूचना परिजनों को मिली तो गांव में हडक़ंप मचा गया, ऐसे में गांव के लोगों ने तत्काल घटना स्थल पर पहुंच कर सडक़ में ही शव रखकर आरोपी चालक की गिरफ्तारी व परिजनों को उचित मुआवजा की मांग करने लगे।
इस दौरान हादसे के बाद चक्काजाम की जानकारी मिलते ही तमनार थाना प्रभारी आर्शीवाद राहगांवकर अपने मातहत पुलिस जवानों को लेकर मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाईश देने में जुट गए, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे, जिससे देर शाम तक जाम लगा रहा। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलेगा और वाहन चालक की गिरफ्तारी नहीं होगी वे जाम नहीं हटाएंगे। ऐसे में कहीं स्थिति और बिगड़ न जाए, जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात रही।
अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक ग्रामीण की मौत होने के बाद चक्काजाम शुरू हो गया था। जिसे समझाईश देकर देर शाम जाम को हटवाया गया, जिसके बाद वाहनों का आना-जाना शुरू हो सका है।
आर्शीवाद राहटगांवकर,
थाना प्रभारी, तमनार
क्या कहते हैं ग्रामीण
इस संबंध में आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि इस क्षेत्र में स्थापित उद्योगों में चलने वाली भारी वाहनों की यहां 24 घंटा रेलमपेल लगे रहता है। साथ ही इन वाहनों के चालक बेलगाम वाहनों को दौड़ते हैं। जिसके चलते हमेशा हादसे होते रहता है। हालांकि पूर्व में इस मार्ग पर ब्रेकर बनवाने की मांग की गई थी, लेकिन इसके बाद भी अभी तक ब्रेकर नहीं बन पाया है, जिसके चलते रफ्तार की चपेट में आने से लोगों की मौत हो रही है।
सडक़ के दोनों ओर लगा वाहनोंं की कतार
दोपहर में हादसे होने के बाद ग्रामीणों द्वारा पूरी सडक़ को ही जाम कर दिया गया। जिससे दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। ऐसे में लंबी कतार को देखते हुए और स्थिति और न बिगड़ जाए जिससे पुलिस ग्रामीणों को लगातार समझाईश दे रही है, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। ऐसे में अगर जाम खुल भी जाता है तो वाहनों को निकलने में घंटों समय लगेगा।
5 घंटे बाद खुला चक्काजाम
हादसे के बाद ग्रामीणों ने सडक़ पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया था। गाडिय़ों की लंबी कतारे सडक़ के दोनों और लग गई थी। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। लेकिन आक्रोशित ग्रामीण मानने को तैयार ही नहीं हो रहे थे। पुलिस प्रशासन और जिंदल के अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा ग्रामीणों को समझाने ने की कोशिश की जा रही थी। अंतत: 5 घंटे बाद ग्रामीण मानें और चक्का जाम खुला।