रायगढ़। सम्मोहन,आधुनिक विज्ञान और इल्यूजन के सम्मिश्रण का नाम ही जादू है। यह एक प्राचीन कला है।भगवान श्री कृष्ण सबसे बड़े सम्मोहनवेत्ता हैं। जादू की यह कला विलुप्ति के कगार पर पहुंच रही है। जिसे बरकरार रखने के लिए हम अथक प्रयास कर रहे हैं ताकि इस कला से भावी पीढ़ी अवगत हो। यह कोई अंधविश्वास जादू – टोना का खेल नहीं अपितु विशुद्ध मनोरंजन का माध्यम है। इस कला के जरिए हम समाज को सामाजिक नवसंदेश देते हैं ताकि किसी भी प्रकार के भ्रम में ना उलझें और इस कला का भरपूर आनंद लें यह बातें जादुई के जहान में विश्व में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके जादूगर शंकर सम्राट ने कही।
जादूगर शंकर की खासियत
शहर के गोपी टॉकीज में जिलेवासियों को अपनी जादूई कला से प्रभावित करने पहुंचे जादूगर शंकर सम्राट मूलत: फुलवारी शरीफ पटना बिहार से हैं और अब तक लगभग चालीस हजार शो देश व विदेश के अनेक जगहों में कर चुके हैं। उन्होंने आज प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि हमारा प्रमुख उद्देश्य जादू से लोगों के दिमाग में अंधविश्वास को हटाना व लोग तंत्र – मंत्र के चक्कर में ना आए। यह एक कला है जो विज्ञान पर आधारित है। वहीं उन्होंने कहा कि जादू लुप्त होती जा रही एक कला है। यह भारतवर्ष में उत्पन्न चौसठ कलाओं में सर्वश्रेष्ठ कला है। जो विदेशों में फल – फूल रहा है। इस विलुप्त होती कला धरोहर को हमें बचाना है। वहीं सरकार से गुजारिश है कि इस कला को ललित कला में शामिल करें ताकि इससे सभी अवगत हो सकें और संरक्षण भी।
इन प्रमुख आईटम का होगा प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि जिलेवासियों के स्वस्थ मनोरंजन के लिए सभी खेल मल्टीमीडिया इफेक्ट के साथ पहली बार होगा व कला आईटम के अंतर्गत अमेरिका का लाइव टीवी भभुआ में पहली बार, पलक झपकते स्टैचु ऑफ लिबर्टी गायब, एक चलती पंखे पर इंसान आर-पार, एक आरा मशीन से लडक़े के दो टुकड़े, मिश्र देश की प्रेम कहानी, जापान के भूत और भूतों का डांस, सुंदरी को खूंखार जानवर बनाना, इच्छाधारी नागिन मार्डन आर्ट, हवा में तैरता हुआ बक्सा जिससे लडक़ी का प्रकट होना, जलते हुए आग के बीच से लडक़ी का प्रकट होना व चाईना वाल – स्केप, ट्यू जैक एंड ट्यूनिंग लेडी और ऐसे अनेक छत्तीस बड़े आइटम का प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं आज 17 मई को शाम 6 बजे शहर के गोपी टॉकीज में शहर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में शुभारंभ होगा।