जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में कांग्रेस नेता विक्रम बैस की सोमवार रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार बदमाशों ने उनको 3 गोलियां मारी थी। मंगलवार को उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया। वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बैस की हत्या की तुलना भाजपा के ‘टारगेट किलिंग’ आरोपों से की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज ने रायपुर में कहा कि, पार्टी बैस के परिजनों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, भाजपा नेता टारगेट किलिंग का आरोप लगाते हैं। आज हमारे नेताओं की हत्या हो रही है। भाजपा सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि, भाजपा सरकार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। चाकूबाजी, अपहरण काफी बढ़ गए हैं। छत्तीसगढ़ को भाजपा ने अपराध का गढ़ बना दिया है। जानकारी के मुताबिक, विक्रम बैस जिला मुख्यालय के बखरूपारा स्थित अपने घर के बाहर टहलने के लिए निकले थे। इसी दौरान बाइक सवार पहुंचे और विक्रम पर एक के बाद एक तीन गोलियां दागी। इसके बाद हत्यारे भाग निकले। फायरिंग में बैस की मौके पर ही मौत हो गई थी। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकले। उन्होंने देखा कि विक्रम बैस खून से लथपथ जमीन पर पड़े हैं। इसके बाद फौरन उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बीच बस्ती हुई इस वारदात के बाद लोगों में दहशत का माहौल है।
बीजेपी सभी हत्या के मामले में गंभीर : अरुण साव
शुरुआती जांच में वारदात के आपसी रंजिश में ही होने की बात सामने आई है। घटना नारायणपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र की है। वहीं डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा है कि, भाजपा सभी हत्या के मामले में गंभीर है। हर मामले की जांच होगी। किसी भी तरह के अपराध को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इधर परिवहन संघ ने हत्या के विरोध में एक दिन बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस नेता की हत्या के मामले पर सुशील आनंद ने कहा कि, बीजेपी की सरकार बनने के बाद आपराधिक तत्वों के हौसले बढ़ गए हैं। अपराध बेलगाम हो चुके हैं, सरकार के संरक्षण में अपराध राजधानी से लेकर बस्तर तक बढ़ गए हैं। सरकार कानून व्यवस्था को लेकर नाकाम साबित है। कांग्रेस पार्टी नेता की हत्या से दुखी है और हम घटना के दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं।
आपसी रंजिश हो सकती है
नारायणपुर के एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि करीब 3 से 4 हमलावर पहुंचे थे। पिस्टल से गोली चलाई गई है। शुरुआती तौर पर जांच में पाया गया है कि यह नक्सली घटना नहीं है। हो सकता है आपसी रंजिश हो। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। विक्रम बैस पिछले कई सालों से कांग्रेस पार्टी से जुडक़र काम कर रहे थे। वे ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष थे। इसके अलावा नारायणपुर परिवहन संघ के सचिव भी थे।
कांग्रेस नेता हत्याकांड : बैज ने ‘टारगेट किलिंग’ से की तुलना
पीसीसी चीफ बोले- भाजपा सरकार स्पष्ट करे
