जशपुरनगर। जिले में सर्पदंश से पीडि़त लोगों को अब तत्काल मदद के साथ ही बेहतर उपचार भी मिल रहा है। जिला प्रशासन की पहल से सर्पदंश से पीडि़त लोग अब बैगा, गुनिया छोड़ अस्पताल पहुंच रहे हैं। बगीचा के ग्राम रूपसेरा निवासी 25 वर्षीय अंकित उम्र 24 की सर्पदंश की सूचना मिलते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगीचा लाया गया। इसी तरह 40 वर्षीय महिला श्रीमती कर्मी बाई पति अर्जुन राम ग्राम गुरमाकोना निवासी को भी सूचना मिलते ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगीचा लाया गया । जिसके पश्चात दोनों पीडि़तों को तत्काल एंटी वेनम के साथ ही स्वास्थ्य सुविधा दी गई। जिसके बाद पीडि़तों की सेहत बेहतर है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सांप के काटने पर लोग अस्पताल से पहले झाडफ़ूंक का सहारा लेते थे। लेकिन जिला प्रशासन की पहल से अब लोगों में न सिर्फ जागरूकता आई बल्कि सर्पदंश से पीडि़त लोगों को तत्काल अस्पताल लाया जा रहा है। जिससे पीडि़त को तत्काल मदद व बेहतर उपचार भी मिल रहा है। सर्पदंश के मामले को लेकर जिला प्रशासन लगातार जागरूकता अभियान भी निरंतर चलाती रही है। जिसके परिणाम स्वरुप लोगों इलाज के साथ ही सर्पदंश से बचाव के लिए पूर्ण रूप से जागरूक हो रहे हैं। सर्पदंश से पीडि़तों के बचाव के लिए अस्पतालों में करीब एंटी स्नैक वेनम डोज रखे गए हैं। इसके साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इंजेक्शन का स्टॉक है। जन जागरूकता टीम द्वारा लगातार आम लोगों से सांप काटने पर अस्पताल लाने की अपील की जा रही है साथ ही जागरूक किया जा रहा है। ताकि समय पर इलाज कर मरीज की जान बचाई जा सके।