रायगढ़. मंगलवार को सुबह से धूप-छांव के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट आ गई थी, साथ ही देर शाम को अंधड़ के साथ हल्की बारिश होने से मौसम खुशनुमा हो गया था, जिसके चलते बुधवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री तक ही रहा, लेकिन मौसम में उमस होने के कारण लोग परेशान रहे।
उल्लेखनीय है कि विगत 15 दिनों से रायगढ़ जिले में लगातार अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हो रही थी, जिसके चलते यहां का तापमान 43 डिग्री तक पहुंच गया था, जिसके चलते दोपहर में सडक़ें विरान होने लगी थी, वहीं लोग सुबह-शाम ही घरों से निकल रहे थे, साथ ही गर्म हवा के थपेड़े भी चलने के कारण लोगों के स्वास्थ्य भी असर पडऩे लगा था, लेकिन मंगलवार को अचानक मौसम में बदलाव होने के बाद गर्मी से कुछ हद तक राहत तो मिली है, लेकिन उमस अधिक होने के कारण दिक्कत है। ऐसे में मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर स्थित है, तथा एक द्रोणिका उत्तर-पूर्व राजस्थान से पूर्वी असम तक और दूसरा द्रोणिका उत्तर-पूर्व राजस्थान से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक बना हुआ है। जिसके चलते गुरुवार को जिले के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा व गरज-चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। वहीं आसमान में बादल होने के कारण फिलहाल अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है, लेकिन उमस बने रहने की बात कही जा रही है।
सेहत पर पड़ रहा असर
गौरतलब हो कि विगत 15 दिनों से जिले में अधिकतम तापमान बढऩे के कारण तेज धूप के साथ लू भी चल रहा था, ऐसे में अब हल्की वर्षा होने के बाद उमस के चलते लोगों के सेहत पर असर पडऩे लगा है। वहीं बुधवार को जिला अस्पताल में तीन-चार ऐसे मरीज आए थे, जिनको उल्टी-दस्त की शिकायत थी, जिससे उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए भर्ती कर उपचार किया गया। वहीं डाक्टरों का कहना है कि मौसम में लगातार बदलाव होने के कारण सेहत को लेकर गंभीर रहने की जरूरत है, साथ ही अगर बुखार व उल्टी-दस्त की शिकायत आती है तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच कराएं, ताकि समय रहते उपचार हो सके।