रायपुर। रायपुर में सीजीएसटी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने 71 करोड़ से अधिक की त्रस्ञ्ज चोरी के मामले में रायपुर से सर्वेश कुमार पांडे को गिरफ्तार किया है। फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट के जरिए 71.38 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी को अंजाम दिया है। रायपुर जीएसटी डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि से साझा की सर्वेश कुमार पांडे ने फर्जी फर्मों से भी फर्जी बिल खरीदे हैं। ये सब काम वह जीएसटी से बचने के लिए किया है।
अधिकारियों ने बताया कि सीजीएसटी रायपुर द्वारा विशेष खुफिया जानकारी, डेटा विश्लेषण और व्यापक निगरानी के आधार पर फर्जी चालान बनाने और केवल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पारित करने के उद्देश्य से बनाए गए 13 फर्जी फर्मों के एक नेटवर्क का हाल ही में भंडाफोड़ किया गया था, जिसमें रैकेट के मास्टरमाइंड हेमंत कसेरा को भी 4 अप्रैल को को गिरफ्तार किया गया था। सीजीएसटी रायपुर द्वारा फर्जी बिलिंग के आरोपी सर्वेश कुमार पांडे को शनिवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
17 लोगों की हो चुकी गिरफ्तारी
एजेंसी लगातार फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल फर्मों पर नजर रखी हुई है। वहीं जांच के दौरान अधिकारियों ने पाया कि हेमंत कसेरा ने फर्जी आईटीसी की बड़ी मात्रा राजधानी की फर्म-मेसर्स त्रिवेणी मेटालिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स श्री त्रिवेणी इंटरप्राइजेज को दी गई है। जांच में पता चला कि सर्वेश कुमार पांडेय दोनों फर्मों के साथ ही अन्य चार फर्मों का संचालन कि करता था। दस्तावेज खातों और रिटर्न की जांच में पाया गया कि इन फर्मों में हेमंत कसेरा के साथ ही कई अन्य फर्जी फर्मों के माध्यम से आईटीसी का लाभ पास किया गया है। एजेंसी ने जीएसटी कानून लागू होने के बाद से अब तक फर्जी बिलिंग मामले में रायपुर की टीम ने 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।