भिलाईनगर। अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर भिलाई स्टील प्लांट की संयुक्त यूनियनों द्वारा इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजेंद्र साहू को जिताने की अपील की गई। प्रात: अपने-अपने कार्यालय में ध्वजारोहण के पश्चात सभी यूनियनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सीटू कार्यालय पहुंचे। लोकसभा चुनाव के लिए कर्मचारियों से आह्वान करते हुए अपना प्रचार अभियान चलाया। सभी यूनियनों के पदाधिकारी सीटू कार्यालय में एक साथ बोरी बासी खाया एवं तत्पश्चात अपने-अपने कार्यस्थल पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के चुनाव प्रचार के लिए निकल पड़े। कर्मचारियों को विस्तार से वेतन, ग्रेच्युटी, पेंशन आदि में किस तरह से केंद्र सरकार द्वारा सीधे हस्तक्षेप कर कर्मियों को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचाया गया तथा किस तरह श्रम सहिंताकरण की आड़ में कर्मचारियों पर गुलामी थोपने की कोशिश की गई है, के बारे में बताया गया था। सरकार ने किस तरह से देश को कर्जदार बनाया, रसोई गैस, खाद्यान्न, खाद्य तेल, पेट्रोल डीजल आदि का दाम बढ़ाए, महिला उत्पीडऩ पर सरकार द्वारा दोषियों को बचाने की कोशिश, मणिपुर की घटना पर सरकार की उदासीनता से किस तरह देश शर्मसार हुआ, इलेक्टॉरल बांड के माध्यम से किस तरह से बड़े-बड़े उद्योगपतियों से चंदा लेकर गलत तरीके से उन्हें धंधा दिया गया है, बताया गया है।यूनियनों ने कहा-उनकी गारंटी पर कैसे भरोसा करें जिनके शासन काल में शिक्षा को महंगा कर छात्र-छात्राओं की शिक्षा छींन ली गई।4.5 लाख युवाओं की नौकरी छिन गई।यौन उत्पीडऩ के खिलाफ आंदोलनरत ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवानों को सडक़ों पर घसीटा और उनसे बदसलूकी की गई।गुजरात में बलात्कारियों का सम्मान किया गया। मणिपुर की घटना ने देश को शर्मसार किया।प्रतिवर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का वादा करने के बाद लोगों की लाखों नौकरियां छींनी गई।सिर्फ भिलाई इस्पात संयंत्र में पिछले10 वर्षों में, स्थायी कर्मियों की संख्या में 15000 से अधिक की कमी आई है।क्योकि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों के स्थान पर अत्यंत अल्प वेतन पर कम संख्या में ठेका कर्मियों की नियुक्ति हो रही है।1 रेलवे स्टेशन और 1 ट्रेन प्रचालन को निजी हाथों में देने के साथ रेलवे को बेचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।एयरपोर्ट बेच दिए गए हैं।किसानों को गन्ने की फसलों का समय पर भुगतान नहीं मिल रहा है।किसानों को सिंचाई के लिए मिलने वाली बिजली मंहगी हो गई है।किसान विरोधी तीन कृषि कानून को वापस करवाने, किसानों को सडक़ों पर आना पड़ा और 870 किसान शहीद हुए।न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए किसानो को फिर से सडक़ों पर उतरना पड़ा है।5 लाख से अधिक भारतीय कम्पनियाँ बंद हो गई, 2783 विदेशी कंपनियों ने भारत में अपना कारोबार बंद कर दिया।संविदा पर नौकरी कर रहे 3.5 लाख युवाओं की नौकरी छींन ली गई।कोरोना महामारी मे प्रदेशवासियों को मरने के लिए सडक़ो पर छोड़ दिया गया।सरकार बैंकों और सार्वजनिक उपक्रमों की बीमा कंपनियां के निजीकरण की ओर तेजी से आगे बढ़ रही रही है।यदि बैंक और बीमा कंपनियों का निजीकरण हो गया तो भारतीयों को भी वही संकट का सामना करना पड़ेगा जिसका सामना अमेरिकी नागरिकों को 2008 के वित्तीय संकट के समय करना पड़ा था।भारत में 2013 तक 6 लाख से अधिक मंदिरों का निर्माण हुआ। इनमें से सैकड़ो मंदिर 500 से 5000 वर्ष प्राचीन है अर्थात मुगल शासन काल से भी पहले के हैं, फिर भी सत्ता में बने रहने के लिए हमें ‘हिंदुत्व खतरे में’ का डर दिखाया जा रहा है।आज पूरा देश महंगाई, बेरोजगारी, कर्जदारी आदि के संकट में बुरी तरह दबा हुआ है।अब की बार सत्ता से बाहर तथा भाजपा हटाओ देश बचाओ नारा दिया।बेहतर इंडिया के लिए इंडिया गठबंधन को चुननेदुर्ग लोकसभा से इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र साहू कोजिताने का आह्वान किया गया है।