रायपुर। राजधानी रायपुर के आकाशवाणी चौक स्थित मां काली मंदिर में देवी की नई प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। प्रतिमा के क्षरण होने की वजह से नई प्रतिमा बनवाई गई है। मूर्तिकार के अनुसार प्रतिमा जिस ब्लैक स्टोन से बनी है वह एक हजार साल से भी ज्यादा पुराना है। मंदिर के पुजारी ने करीब दो साल पहले पूजा करते समय देखा कि प्रतिमा का अभिषेक करने पर कुछ कण निकल रहे हैं। उन्होंने समिति के सदस्यों को इस बारे में बताया। तब वाराणसी, प्रयागराज, जगन्नाथ पुरी, हरिद्वार समेत कई तीर्थों के आचार्यों और विद्वानों से चर्चा की गई। तब प्रतिमा प्रतिस्थापित करने का सुझाव मिला। जिस पत्थर को तराशकर नई प्रतिमा बनाई गई है वह 4000 साल से भी ज्यादा पुराना है। मंदिर के सचिव ने बताया कि केंदुझार ओडिशा की गहरी खदान से ये ब्लैक स्टोन निकाला गया है। ओडिशा के मूर्तिकार ज्योति रंजन परिडा और उनकी टीम ने पूरा विग्रह 30 क्विंटल के एक ही पत्थर को तराश कर बनाया है।
अब प्रतिमा का भार 5 क्विंटल के आसपास बताया जा रहा है। मूर्तिकार को इस प्रतिमा को बनाने में 10 महीने का समय लगा।
मंदिर में विराजी नवीन प्रतिमा हूबहू पुरानी प्रतिमा की तरह ही है। समिति से पता चला कि नई मूर्ति की लंबाई, चौड़ाई, हाव-भाव, आकृति और आकार पुरानी मूर्ति जैसा ही है। इसके लिए ओडिशा के मूर्तिकार विशेषज्ञों ने 3 बार आकाशवाणी चौक स्थित मंदिर आकर पुरानी प्रतिमा का निरीक्षण कर माप लिया। इसके अलावा समिति भी मांग के अनुसार उन्हें फोटो उपलब्ध कराती रहती थी।
मां काली की 55 साल पुरानी प्रतिमा बदली गई, नए विग्रह की स्थापना
