सारंगढ़। नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी दीपक केजरीवाल ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है और इसकी सबसे बड़ी ताकत मताधिकार है किंतु स्वतंत्रता के 77वें गणतंत्र के अमृतकाल के बाद भी मतदान में जागरूकता की कमी एवं उदासीनता दुखद ही नहीं चिंतनीय भी है। यह हमारा अधिकार ही नहीं परम कर्तव्य है, भारत के भाग्य जनता के हाथ में है और वह आज की तारीख में समझ दार है इसके बावजूद मतदान की प्रतिशत में कमी चिन्ता का विषय है। भारत वैश्विक राजनैतिक पटल पर सिरमौर की ओर अग्रसर हो रहा है जिसका सारा श्रेय जन-मन के मतदान को ही जाता है।
दीपक केजरीवाल ने कहा कि यह विषय हिंदुत्व का नहीं राष्ट्रीयत्व का है, तुष्टिकरण का नहीं संतुष्टीकरण का है, राष्ट्रबोध के साथ आत्मबोध का है और राजधर्म के साथ राष्ट्र धर्म की बात है। गरीबी उन्मूलन तो हो रहा है, राज्य और राष्ट्र में से नक्सली उन्मूलन अतिआवश्यक है जो आतंक के पर्याय बन चुका है जो हर दृष्टिकोण से विकास में बाधक के रूप में चुनौती बनकर सामने आ खड़ा है। जिसका निष्पक्ष मतदान से बने सरकार से ही संभव है। आज विश्व की नजर हमारी ओर है, स्वतंत्रता के शताब्दी वर्ष 2047 पर विकसित भारत की संकल्पना जो देश को ऊंचाइयों की शिखर पर पहुंच जाएगा बिना जनता जनार्दन के आशीर्वाद से यह संभव नहीं है और यह तभी हो सकता है जब वें सौ प्रतिशत मतदान करें।