भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन एवं कोल केमिकल विभाग में दिनांक 19 अप्रैल 2024 को जोखिम की अवधारणा, उनकी पहचान और निराकरण योजना में सुधार पर केन्द्रित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में कार्यपालक निदेशक (एसएसओ), रांची श्री आशीष चक्रवर्ती और मुख्य महाप्रबंधक (एसएसओ), रांची श्री वशिष्ठ को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (सीओ एंड सीसीडी) श्री तरूण कनरार, मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं) श्री पी आर भल्ला, महाप्रबंधक (सीओ एंड सीसीडी) श्री पी एम राजेन्द्र कुमार, महाप्रबंधक (सीओ एंड सीसीडी) श्री बी सी मंडल सहित अग्निशमन तथा कोकओवन विभाग के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे। जोखिम की अवधारणा, उनकी पहचान और निराकरण, शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण कदमों में से एक है। जोखिम के मूल्यांकन का अभ्यास प्रत्येक व्यक्ति को करना चाहिए ताकि अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
कार्यशाला के दौरान जोखिम पहचान और निराकरण एवं उससे संबंधित सुरक्षा चर्चा में सभी व्यक्तियों को शामिल करने पर जोर दिया गया। कार्यपालक निदेशक (एसएसओ) श्री आशीष चक्रवर्ती ने विभिन्न उत्तम प्रथाओं जैसे कार्य पूरा होने के बाद प्रोटोकॉल में कार्य के दौरान हुए अवलोकनों को दर्ज करना तथा किसी भी प्रकरण की जांच में संबंधित सभी व्यक्तियों को शामिल करने की सलाह भी दी। इसके अलावा जोखिम मूल्यांकन के टूल्स पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस विशेष कार्यशाला में मुख्य महाप्रबंधक (कोकओवन) श्री तरूण कनरार के कुशल मार्गदर्शन में कोकओवन विभाग के कई अधिकारियों के साथ-साथ पर्यवेक्षी कैडर के प्रमुख कर्मचारियों ने भाग लिया। जोखिम संकल्पना में सुधार के लिए श्री शुभाशीष नंदी और श्री अनुराग किशोर दीपक द्वारा कर्मचारियों के बीच शॉप फ्लोर गतिविधियाँ भी प्रस्तुत की गईं। इस कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय सहायक महाप्रबंधक (कोकओवन) श्री प्रदीप मेनन, सहायक महाप्रबंधक (कोकओवन) श्री प्रशांत कुमार, महाप्रबंधक (कोकओवन) श्री बी सी मंडल, महाप्रबंधक (कोकओवन) श्री पी एम राजेन्द्र कुमार की टीम ने किया।