भरत अग्रवाल/सारंगढ़। रायगढ़ माइनिंग विभाग के खनिज इंस्पेक्टर की इस बार नया कारनामा सामने आया है, जो सभी लोगों के जुबान पर चर्चा का माहौल बना हुआ है। रायगढ़ जिले में खनिज अधिकारी का तबादला आचार संहिता के पहले ही हो चुका था, लेकिन यहां कई सालों से जमे हुए खनिज इंस्पेक्टर आशीष गढ़पाले की कारनामे लोगों के जुबान पर चल रहे हैं। बेधडक़ और बेरोक-टोक होकर रेत की अवैध सेलिंग करते जाओ आज तक माइनिंग विभाग के इंस्पेक्टर ना तो किसी रेत खदान पर कार्यवाही किए हैं और ना ही अवैध रूप से बेधडक़ बेरोकटोक चल रहे रेत गाडिय़ों पर कार्यवाही किए हैं। रायगढ़ में देखा जाए तो सिटी अंदर बेधडक़ होकर अवैध रूप से रेत की गाडिय़ां संचालित हो रही है और खनिज इंस्पेक्टर बाकायदा महीने में ही चढ़ावा के रूप में लक्ष्मी जी चढ़ा रहे हैं व खनिज इंस्पेक्टर आशीष गढ़पाले मालामाल हो रहे हैं और शासन प्रशासन को लाखों नहीं करोड़ों रुपए का राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।
खरसिया, धरमजयगढ़, छाल और लारा हरदी के क्रेशरों में रॉयल्टी निकालने के नाम पर 10 प्रतिशत
वहीं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी क्रेशरों में अगर रॉयल्टी निकालना हो तो बेशक बिना असेसमेंट के ही खनिज इंस्पेक्टर द्वारा रॉयल्टी निकलवाने का ठेका लिया गया है और यह ठेका 10 प्रतिशत का है। 10 प्रतिशत को मामूली मत समझिए अगर एक क्रेशर में साल की 20000 टन भी रॉयल्टी निकाला जाता है तो कई लाखों का चढ़ावा चढ़ जा रहा है और माइनिंग विभाग बेधडक़ होकर रायल्टी पर्ची निकाल कर अपने जेब भर रहे हैं। साहब यहां बहुत दिनों से जमे हुए हैं और मालामाल हो रहे हैं, आखिर इन पर कार्यवाही कब?
अवैध रेत परिवहन करते गाड़ी पकड़ा, बाद में माइनिंग अधिकारी ने छोड़ा
वही जोरों से चल रहे अवैध रेत खनन पर तो माइनिंग विभाग कार्यवाही नहीं कर पा रही है और अगर रास्ते में दो गाड़ी मिल भी जाए तो वह तो उन ठेकेदारों का है जिनके यहां खनिज इंस्पेक्टर का उठना बैठना है तो फिर किस बात का डर। अवैध रूप से बेधडक़ होकर रेत की परिवहन हो रही थी तभी खनिज इंस्पेक्टर कार्यवाही करने के लिए निकल पड़े, जब गाड़ी को रुकवाया गया तो पता चला कि वह गाड़ी तो उनके दोस्त यार का है तब उतने समय माइनिंग विभाग को अपनी फर्ज की याद नहीं आई, क्योंकि वह गाड़ी तो उस ट्रांसपोर्टर का था जिनके यहां साहब का रोज आना-जाना और उठना बैठना है। उसी समय साहब को एक फोन आया और फोन में कहा गया कि साहब यह तो मेरा गाड़ी है, तब क्या था खनिज इंस्पेक्टर ने उसके ड्राइवर को कहा कि जाओ और दोबारा नजर मत आना। इतना कह कर गाड़ी को छोड़ दिया जा रहा है, धन्य है ! ऐसे अधिकारी जो अपने ईमान और अपनी शान सब बेचकर ट्रांसपोर्टरों के नीचे दबकर काम कर रहे हैं। एक फोन पर बेरोकटोक गाड़ी पकड़ कर छोड़ दे रहे हैं। आखिर में ऐसे अधिकारियों पर कार्यवाही कब होगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
दूसरे जिले की गाडिय़ां माइनिंग विभाग के टारगेट में और अपना जिला को दे रहे हैं अवैध खनन करने के लिए खुला छूट
वही खनिज इंस्पेक्टर की मेहरबानी से यहां अवैध उत्खनन करना अब खुलेआम और आम बात हो गया है, क्योंकि जब तक यहाँ खनिज इंस्पेक्टर गढ़पाले है तब तक अवैध रेत खनन और परिवहन जोरों पर चल रहा है, इनको रोकने वाला कोई नहीं है। आज तक माइनिंग विभाग ने कोयल पर कार्यवाही किया ही नहीं है, क्योंकि कोयले का भी परसेंट बंधा हुआ है तभी तो आज तक अवैध कोयला परिवहन पर अंकुश नहीं लगाए हैं और ना ही आज तक कोई कार्यवाही किए हैं। यह कारनामा माइनिंग इंस्पेक्टर के हाथों में है, क्योंकि फील्ड तो उन्हीं को ही करना है लेकिन यहां हर महीने लक्ष्मी जी बरस रहे हैं तभी तो खनिज इंस्पेक्टर कार्यवाही के नाम पर जीरो साबित हो रहे हैं। हालांकि वाह-वाही लूटने के लिए दूसरे जिले की दो-चार गाडिय़ों पर कार्यवाही कर देते हैं और कार्यवाही इसलिए की उनका महीने आना बंद हो जाता होगा तभी तो माइनिंग विभाग सिर्फ टारगेट करके दूसरे जिले के गाडिय़ों पर ही कभी कभार कार्यवाही करते हैं और अपने जिले के सभी अवैध उत्खनन करने वाले को अभय दान दे रहे हैं।
अवैध रेत खदानों पर महीना फिक्स
वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार खनिज इंस्पेक्टर का तो यहां हर महीने लक्ष्मी जी बरस रहे हैं यूं कहें कि रायगढ़ जिले को छोडक़र जाने का नाम ही नहीं ले रहे हैं और जाएंगे भी तो कैसे यहां पर तो लक्ष्मी जी बरस रहे हैं। यहां खनिज इंस्पेक्टर आशीष गढ़पाले मालामाल हो रहे हैं और जब तक यहाँ खनिज इंस्पेक्टर आशीष गढ़पाले है तब तक अवैध उत्खनन जारी रहेगा, क्योंकि यहां अवैध रेत खनन की गाडिय़ां बेलगाम होकर दौड़ रही है और इनको रोकने वाला कोई नहीं है।