रायगढ़। रामनवमीं की पूर्व संध्या बरमकेला अंचल के प्रतिष्ठित गौटिया एवं रामायण प्रेमी संगीत साधक ग्राम जामछापर निवासी रघुनाथ पटेल बुढ़ा गौटिया की पुण्य स्मृति में भव्य संगीतमय मानस गायन एवं कथा वाचन का आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस मानस गायन एवं कथा प्रवचन कार्यक्रम में ग्राम जामछापर, लेन्धरा ग्राम व अंचल के मानस प्रेमी कलाकार अपने साज समाज के साथ उपस्थित होकर भगवान राम के गुणों का गायन एवं रामचरित मानस के कथा प्रसंगों को लेकर संगीतमय मानस कथा वाचन प्रस्तुत किये। विशेष धार्मिक आयोजन में ख्यातिलब्ध मानस प्रवक्ता भोजराम पटेल द्वारा अपने ओजस्वी वक्तव्य एवं छत्तीसगढ़ी गीत संगीत के माध्यम से मानस कथा का वाचन करते हुए स्वर्गीय रघुनाथ पटेल एवं उनकी अद्धांगिनी को श्रद्धासुमन अर्पित कर पुण्य स्मरण किया गया। मानस प्रवक्ता भोजराम पटेल ने अपनी विशेष कथा वाचन शैली में जीवन की सार्थकता रामभक्ति और सतसंग में समय देने को बताते हुए भगवतभक्ति, परोपकार, सेवा सद्कर्म में मानव जीवन को सार्थक बनाने का संदेश दिया उन्होने जटायु प्रसंग, सबरी कथा, सतसंग महिमा हनुमत कथा सुंदरकाण्ड पर प्रभावी वक्तव्य दिया। क्षणभंगुर जीवन की कोई गारंटी नहीं है इसलिए इसे लोक कल्याणकारी कार्यों और ईश्वर की अराधना में समर्पित करने का आह्वान करते हुए प्रचलित गीत – जगत में कोई न परमानेंट .. और छत्तीसगढ़ी में – कोन जनि कब का हो जाही, पड़ही जग ले जाना… गाकर श्रोताओं को विशेष रूप से प्रभावित किया। रामचरित मानस गायन व कथा वाचन के माध्यम से अपने पिताश्री को स्मृति सम्मान देने के लिए उनके पुत्र द्वय प्यारेलाल पटेल (सेवा निवृत पशु- चिकि. अधिकारी) एवं कबीर पटेल तथा परिवार जनों की विशेष रूप से प्रसंशा की गई। रामनवमी की पूर्व निशा चैत्र शुक्ल पक्ष अष्ठमी को नवरात्र अवसर पर ग्राम जामछापर में सम्पन्न विशेष कार्यक्रम में मानस गायक गोरेलाल नायक पेंवरा , संगीतकार वायलिन वादक गणेशराम निषाद खोरिगॉव, तबला वादक मनोहर लाल चौहान पिकरीपाली, चिंतामणी पटेल लेंधरा हेमानंद पटेल ग्राम खिचरी की संगत कार के रूप में विशिष्ट उपस्थिति रही । वहीं आयोजन को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने में आयोजक परिवार से प्यारेलाल पटेल, कबीर पटेल, अमृत पटेल, डॉ. अमरदास पटेल, डॉ . राजेश पटेल, डॉ.चंद्रशेखर पटेल (मुरा) जगदीश पटेल, बद्रीनाथ पटेल, बंशीधर पटेल, रामकुमार यादव, हेमलाल चौहान, संजय चौहान, जयप्रकाश चौहान एवं ग्रामवासी प्रतिष्ठित जनों की विशेष सराहनीय भूमिका एवं गरिमामयी उपस्थिति रही।