रायगढ़। पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस की तरफ से ऐसे बयान आ रहे हैं, जो किसी गंभीर साजि़श की तरफ इशारा कर रहे हैं। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य श्रीकांत सोमावार ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे कांग्रेस द्वारा हो रही साजि़श ही इनके नेताओं की जुबान पर आ जाती है।
बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा ने कहा कि कवासी जीतेगा- मोदी मरेगा। यह नाहक दिया गया बयान नहीं है। कवासी वैसे भी झीरम समेत अनेक मामलों में संदिग्ध रहे हैं। झीरम का सबूत भूपेश बघेल भी अपने जेब में होने की बात करते रहे हैं, जबकि आजतक उन्होंने साक्ष्य दिए नहीं। इससे पहले राजनांदगाव में भूपेश बघेल की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष (पूर्व स्पीकर) चरणदास महंत ने कहा – लाठी से मोदी का सर फोड़ दे, ऐसा सांसद चाहिए। शिव (डहरिया) केवल गाली दे सकते हैं मोदी को, जबकि भूपेश बघेल सर फोड़ सकते हैं। मोदी को परेशान कर कर के चीन भेज देना चाहिए,राजनांदगांव लोकसभा के ही मोहला मानपुर के नक्सली सूरजू टेकाम (इसी हफ़्ते गिरफ़्तार हुआ है) ने कांग्रेस विधायक के मंच पर रहते ही यह आह्वान किया था कि भाजपा के लिए वोट मांगने आने वालों को काट देना चाहिए। बाद में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या भी हुई वहाँ। यह सभी कांग्रेस प्रायोजित नहीं है?
आपको याद होगा कि पंजाब में मोदीजी के प्रवास के दौरान उन्हें घेर कर मार डालने की साजि़श रची गयी थी। प्रधानमंत्री जी बाल-बाल बचे थे। ख़ालिस्तानियों की रैली में भी ‘मर जा मोदी, मर जा मोदी’ के नारे लगते रहे हैं,हाल ही में एक अख़बार ने यह रिपोर्ट की है कि नक्सली बाक़ायदा कांग्रेस को वोट देने के लिए डरा धमका रहे हैं लोगों को। नहीं मानने पर हत्या आदि की धमकी दे रहे हैं।
आखिर क्या मामला है कि कांग्रेस के बयान न केवल पाकिस्तान, ख़ालिस्तानी बल्कि नक्सलियों के जैसे हो रहे हैं। ये सभी एक ही भाषा बोल रहे हैं।
लोकतांत्रिक तरीक़े से बुरी तरह परास्त हुई कांग्रेस अब बौखलाहट में किसी भी हद तक जा सकती है। हमें सावधान रहना होगा। आज की पत्रकार वार्ता में मनीष शर्मा,सुभाष पांडे,सुरेश गोयल,अरुण कातोरे, पवन शर्मा,श्रवण सिदार,गौतम चौधरी,राजेंद्र दीवान,सुमित्रा खूलू सारथी, ईशकृपा तिर्की,निकुंज शर्मा उपस्थित रहे।