रायगढ़। ग्राम कोंडतराई में चल रहे संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ 4 अप्रैल को हवन और पूर्णाहुति के साथ सम्पन्न हुआ,एक सप्ताह तक चलने वाले इस भागवत कथा में व्यास के रुप में श्रीधाम वृन्दावन से आए पूज्य निलेश कृष्ण शास्त्री जी महाराज रहे जिनके द्वारा भक्तो को सात दिनों तक कथा श्रवण कराया गया साथ ही यज्ञाचार्य के रुप में प्रकाश देव द्विवेदी (टायंग) और सह आचार्य नीलेश दुबे (कोंडतराई) रहे जिनके द्वारा पूरे विधि विधान से पूजन सम्पन्न कराया गया। भागवत कथा के मुख्य यजमान नेतराम डनसेना-अनुराधा डनसेना , लक्ष्मी नारायण यादव – संतोषी यादव, लीलाराम साहु -पद्मावती साहु, शनीलाल खडिय़ा -लक्ष्मीन खडिय़ा, राधेलाल यादव -चंद्रकांति यादव, सूर्या सिदार -सिमरन सिदार, लेखराम साहु -जम्बू साहु , मोहन साहु- रोहिणी साहु रहे साथ ही नवीन कुमार द्वारा बेहतरीन तरीके से मंच संचालन किया गया, जिसकी तारीफ कथा व्यास जी ने भी की। विदित हो कि भागवत कथा का शुभारंभ दिनाक 27 मार्च को भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ था, इसके पश्चात् प्रतिदिन शाम 04 बजे से कथा प्रवचन हुआ जिसका सीधा प्रसारण यूट्यूब के माध्यम से भी किया गया। कथा के प्रथम दिवस में मुख्य अतिथि के रुप में राज्य सभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, उनके साथ में लोकसभा प्रत्याशी राधेश्याम राठिया, भाजपा नेता महेश साहु उपस्थित रहे, जहां राधेश्याम राठिया ने सैकड़ों श्रद्धालु भक्तों से आर्शीवाद मांगा, इसी प्रकार प्रतिदिन कथा सात दिनों तक कथा चली। कथा श्रवण करने वाले सभी भक्तों के लिए गांव वासियों द्वारा प्रतिदिन शाम को भंडारे की भी व्यवस्था की गई थी। पूर्णाहुति के पश्चात जहां सभी भक्तों ने कथा व्यास जी को नम आंखों से विदाई दी वहीं गांव वासियों के अपार प्रेम और स्नेह को पाकर महाराज जी भी भावुक नजर आए और सभी लोगो से भेंट मुलाकात करते हुए विदा हुए
भागवत कथा के श्रवण से हृदय में हरि का वास होता है : व्यास निलेश कृष्ण शास्त्री
भागवत कथा के व्यास के रुप में पधारे निलेश कृष्ण शास्त्री जी ने अपने प्रवचन में कहा की भागवत की कथा देवताओं के लिए भी दुर्लभ है, कई जन्मों के पुण्य उदय होने से इसकी प्राप्ती होती है तथा इसके श्रवण से हमारे हृदय में भगवान खुद बस जाते हैं, अत: सभी को भागवत कथा सुननी चाहिए।
अयोजन में इनकी रही भूमिका
सात दिनों तक चलने वाले इस भागवत कथा के सफल आयोजन में गांव की सभी महिला समितियों की भुमिका महत्वपूर्ण रही, साथ ही भंडारे और अन्य व्यवस्थाओं में ईश्वर पटेल, धनी साहु, भीखम पटेल, श्याम पटेल, गोकुल पटेल, दुर्गा चौधरी, हेमलाल साहु, खेम लाल पटेल, डोलनारायण पटेल खुशीराम पटेल, रामनारायण डनसेना, नरेश पटेल ,प्रीतम यादव, अरुण दुबे के साथ अन्य समस्त ग्रामवासियों का योगदान महत्वपूर्ण रहा, जिसके लिए आयोजक समिति कि तरफ़ से नवीन कुमार दुबे ने सबका आभार प्रदर्शन किया।