रायगढ। ट्रेलर को खड़ी कर चालक सडक़ पार कर चाय पीने के लिए जा रहा था, इस दौरान तेज गति से आ रहे एक ट्रेलर ने चालक को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे गंभीर रूप से घायल होने पर अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बिहार के रोहताश जिला अंतर्गत सासाराम थाना के ग्राम शिवपुर-चितवाही निवासी मन्नु चौधरी पिता स्व. ननकु चौधरी (47 वर्ष) विगत चार माह पहले काम की तलाश में रायगढ़ आया था, जिससे गोबर्धनपुर स्थित बंटी ट्रांसपोर्ट के अंतर्गत ट्रेलर चलाने का काम करता था। ऐसे में 26 मार्च को सुबह एमएसीएल प्लांट के सामने पहुंचा तो अपनी ट्रेलर को सडक़ किनारे खड़ा कर नीचे उतारा तो सडक़ के दूसरे छोर में कुछ और वाहन चालक गाड़ी खड़ी किए थे, जिससे अन्य चालकों ने मन्नू को आवाज लगाए कि आओ चाय पीते हैं। ऐसे में जब मन्नु सडक़ पार कर जाने लगा तो इसी दौरान तेज एवं अनियंत्रित गति से आ रही ट्रेलर क्रमांक सीजी-13 एलए 9077 के चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए उसे अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। ऐसे में अन्य चालकों ने उसे तत्काल उपचार के लिए पहले निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल जिला अस्पताल रेफर कर दिया, ऐसे में मंगलवार को दोपहर करीब दो बजे जिला अस्पताल पहुंचे तो डाक्टरों की टीम ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं अस्पताल से भेजी गई तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने शव को मरच्यूरी में रखते हुए उसके परिजनों को घटना की सूचना दिया, जिससे बुधवार को परिजनों के आने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव सौंप दिया है।
परिवार में अकेला था कमाने वाला
इस संंबंध में मृतक का भाई का कहना था कि मन्नु अपनी पत्नी व एक बेटा, दो बेटी के साथ अलग रहता था, जिससे उसी के कमाई से परिवार चलता था। ऐसे में अब उसकी मौत होने के बाद परिवार के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ऐसे में अगर इसके परिवार को उचित मुआवजा नहीं मिलता है, बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी। ऐसे में इनका मांग है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए 20 लाख रुपए की मुआवजे की मांग की है, ताकि बच्चों के पढ़ाई-लिखाई में किसी तरह की समस्या न हो सके।