जशपुर। जिले में दर्जन भर से अधिक गांवों में ओलावृष्टि से सैकड़ों किसानों की साग-सब्जी और आम, लीची की फलोद्यान फसल को भारी नुकसान हुआ है. इसे लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुआवजा देने की गुहार लगाई है. वहीं कांग्रेस के पूर्व संसदीय सचिव यूडी मिंज का कहना है कि इस आपदा से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मुख्यमंत्री को फसल नुकसान का सर्वे करवाकर तत्काल किसानों को राहत देनी चाहिए.
दरअसल, बगीचा क्षेत्र में सामरबहार, बिमड़ा, मैनी सहित दर्जनों गांवों में दो दिन से रुक-रुककर हो रही बारिश के बाद जमकर हुई ओलावृष्टि से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है. बगीचा, मनोरा और अस्ता क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि के बाद यहां दूर-दूर तक बर्फ की मोटी परत जम गई थी. इससे साग-सब्जी और फलोद्यान की फसलों को भारी नुकसान होने से अंचल के किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीर स्पष्ट दिखाई दे रही थी. ओलावृष्टि से फसलों के भारी नुकसान को लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार से मुआवजा देने की भी गुहार लगाई है.
बगीचा, पत्थलगांव इलाके में आम फलोद्यान के साथ दलहन और सब्जी की फसल में किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों का कहना है कि बेमौसम बारिश से खीरा, टमाटर और अन्य फसल चौपट हो गए हैं. वहीं बगीचा स्ष्ठरू ओंकार यादव ने यहां प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी गांवों का दौरा किया है. उन्होंने कहा कि लगभग 60 हेक्टेयर से आधिक फसल प्रभावित हो गई है. सभी किसानों के फलोद्यान और साग-सब्जी की फसल का मुआवजा प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं. ओलावृष्टि और बारिश की विपदा से किसानों को राहत देने के लिए प्रशासनिक अधिकारी काम में जुट गए हैं.