रायगढ़। होली के त्योहार में गुलाल अबीर के लिए स्टॉल लगाने वाले ग्रामीण दुकानदारों को पहले प्रशासन ने गांधी गंज में जगह दी लेकिन कहा जाता है कि एक भाजपा के नेता उन दुकानदारों को हटाने के लिए इतना प्रेशर प्रशासन पर डाला कि उन्हें वहां से प्रशासन को हटाना पड़ गया। अब इन दुकानदारों को मिनी स्टेडियम में जगह तो मिली लेकिन जो लाभ उन्हें शहर के बीच मिला सकता था वह उन्हें होता नहीं दिख रहा है।
होली के लिए रंग, गुलाल, अबीर, पिचकारी आदि बेचने के लिए पहले ग्रामीण दुकानदारों को नटवर स्कूल में जगह दी जाती थी लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव के कारण चूंकि जल्द परीक्षाएं शुरू हो गई है इसलिए वहां इस बार उन्हें जगह नहीं मिली वहीं रामलीला मैदान में फुटबॉल मैच की वजह से उन्हें जगह नहीं मिली फिर प्रशासन ने शहर के ही बीचोबीच स्थित गांधी गंज में उन्हें प्रशासन ने दे दी। लेकिन इस निर्णय के बाद जैसे तूफान मच गया। बताया जाता है कि कुछ भाजपा नेताओं ने गांधीगंज से उनके स्टाल हटाने के लिए प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिए। ऐसे में प्रशासन ने लाचार होकर उन्हें वहां से हटवा दिया और उन्हें तहसील कार्यालय स्थित मिनी स्टेडियम में जगह दे दी गई। मिनी स्टेडियम मुख्य शहर से दूर है ऐसे में दुकानदारों का कहना है कि उनका नुकसान हो जायेगा। गांधीगंज के रहवासियों की यह आपत्ति थी कि यहां दुकान लगने से उनकी प्राइवेसी में खलल पड़ेगी। हालांकि गांधीगंज में कई अवसरों पर लगातार कार्यक्रम होते रहते हैं। दुकानदारों का कहना था कि सप्ताह भर का कार्यक्रम तो अक्सर वहां होते रहता है फिर गरीब दुकानदारों के समय ही बवाल क्यों हो रहा है।
इस मसले पर एसडीएम ने कहा कि गांधी गंज में दुकान लगने पर स्थानीय लोगों की आपत्ति को देखते हुए उन्हें मिनी स्टेडियम में जगह दे दी गई है। वहां पर्याप्त जगह भी है।