रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के ग्राम बरघाट में पहाड़ी कोरवा समाज के 56 परिवारों ने सनातन धर्म में घर वापसी हुई है। प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने करीब 200 लोगों का पैर धुलकर सनातन धर्म में वापसी करवाई। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण देश के लिए खतरा है। अगर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो आने वाली पीढिय़ां हमें माफ नहीं करेंगी।
अखिल भारतीय घर वापसी के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि जनजातीय समाज ने सदैव विदेशी साजिशों और आक्रांताओं से भारतीय संस्कृति की रक्षा की है द्य वे मां भारती के असली योद्धा रहे हैंद्य इसीलिए उन्हें कमजोर करने के लिए सात समंदर पार से षड्यंत्रकारी ताकतों ने उन्हें धर्मांतरित करने की साजिश रची। उनकी घरवापसी राष्ट्र को मजबूत करने की एक अनुपम पहल है। उन्होंने कहा कि अब धर्मांतरण बर्दास्त नहीं की जाएगी। इस कर्म में जो भी लिप्त पाया जाएगा, उसे सजा भुगतने को तैयार रहना चाहिए। उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद जितने भी लोग धर्मांतरित हुए हैं, उनकी जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। इस कार्यक्रम में कापू सहित आस पास के ग्रामवासी भी उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से शौर्य प्रताप सिंह जूदेव, विनय पांडे, सतीश सिंह, कपिल शास्त्री, जगजीत दास महंत, कमलेश राठिया, श्याम बिहारी शर्मा, तिलक राम सिदार और अनेक हिंदू कार्यकर्ता शामिल रहे।
कोरवा समाज के 56 परिवारों की सनातन धर्म में वापसी
रायगढ़ में प्रबल जूदेव बोले- धर्मांतरण देश के लिए खतरा, पीढिय़ां हमें माफ नहीं करेंगी
