जशपुरनगर। भारत सरकार द्वारा प्रायोजित अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिसर-कृषि प्रणाली का पहाड़ी एवं पठारी अनुसंधान केंद्र, रांची एवं पशुपालन विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम-कुमेकेला, पत्थलगांव, जशपुर में दिनांक 16 मार्च 2023 को एक पशु स्वास्थ्य शिविर एवं भा.कृ.अनु.प.- राष्ट्रीय कृषि जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान, रायपुर द्वारा वित्त प्रदत्त अनुसूचित जाति उप योजना के तहत पशुपालकों को बकरी वितरण किया गया।
इस पशु स्वास्थ्य शिविर में किसानों को पशुओं में लगने वाली बीमारियों एवं उनके उपचार की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा पशुओं को रोगों से बचाने हेतु टीकाकरण करने के लिए किसानों को जागरूक किया गया। पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा बकरियों में पीपीआर वैक्सीन लगवाने की अनिवार्यता बताई गई। उनकी अवस्था एवं लक्षण के अनुसार पी.पी.आर. वैक्सीन उचित समय पर लगवाने से किसानों में पशुओं से आमदनी में वृद्धि हो सकती है। साथ ही एफ.एम.डी.एच.एस. बी. क्यू. बीमारियों से बचने हेतु गाय एवं भैसों में इनका टीकाकरण उचित समय पर करवाना अनिवार्य है। किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण दिखने पर किसान पशु चिकित्सक से संपर्क करने की सलाह दी गई क्योंकि समय उपचार करने से पशुओं में रोगों से बचाव हो सकता है।
इस पशु स्वास्थ्य शिविर में किसानों द्वारा लाई गई बकरियों को पी.पी. आर. वैक्सीन तथा गाय एवं भैंसों को एफ.एम.डी.एच.एस.बी.क्यू. का टीका लगाया गया। साथ ही पशुओं हेतु कृमिनाशक दवा एवं मुर्गियों के लिए एंटीबायोटिक बांटा गया। इस कार्यक्रम में अनुसंधान केंद्र, राँची के प्रमुख वैज्ञानिक एवं भारत सरकार की अनुसूचित जाति उपयोजना के छत्तीसगढ़ प्रभारी डा. बाल कृष्ण झा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा प्रायोजित इस प्रकार का पशु स्वास्थ्य शिविर समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी लाभ पहुंचने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पशु स्वास्थ्य शिविर से किसानों को पशुओं में रोगों के लक्षण एवं निदान की जानकारी से पशुधन को अधिक नुकसान से बचाया जा सकेगा। इस तरह के प्रयास से कृषि में पशुपालन से अधिक से अधिक किसान जुड़ें ताकि अधिक से अधिक आय अर्जित कर सकें। इस पशु स्वास्थ्य शिविर में उपस्थित ग्राम- कुमेकेला की सरपंच महोदया श्रीमती फूलमती सिदार के कर कमलों से 25 अनुसूचित जाति के लाभुक किसानों को 98 बकरियां एवं 5 लाभुकों को फुट स्प्रेयर वितरित की गई। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि भारत सरकार के इस प्रयास से किसानों की आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी। इस कर्यक्रम में अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ अनुसंधान सहायक श्री सौम्य तिवारी एवं पशुपालन विभाग, जशपुर के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी शामिल हुए।