पखांजुर। किसी को बेस ढलाई का काम सीखना है तो भानुप्रतापपुर वनमंडल अंतर्गत पश्चिम वन परिक्षेत्र बांदे क्कस्न/1257 में देख सकते हैं, कियूकी यह फैंसिंग जाली घेरा बनाने के लिए पश्चिम वन परिक्षेत्र बांदे को ढलाई के लिए गिट्टी सीमेंट और रेती को एक साथ मिलने की जरूरत नही होती है,यह तो पहले सूखा गिट्टी बिछाई जाती है फिर ऊपर से रेती और सीमेंट का सूखा मसाला डालकर बेस ढलाई किया रहा है,और ये सब काम परिक्षेत्र अधिकारी के नाक के नीचे चल रहा है,और अधिकारी आँख बंद कर बैठे है।
बता दें पश्चिम वन परिक्षेत्र बांदे में करोड़ो के तार फैंसिंग कार्य मे भ्रष्टाचार,जंगल के आड़ में विभाग और ठेकेदार कर रहे मनमानी,प्रतिबंधित लाल ईंट का जमकर कर रहे शासकीय काम मे उपयोग,अधिक मुनाफा के लिए पास गांव पी व्ही 87 से लाल ईंट जो प्रतिबंधित है उसी ईंट को खपाया जा रहा है,ईंट की क्वलिटी इतनी घटिया है कि गाड़ी में चढ़ाते उतरते आधा ईंट टूट जाता है जो कि सीधा शासन को ही नुकसान हैं क्योंकि ठेकेदार प्रत्येक ईंट का वाउचर बनता है और उसी में से टूट जाता है वो कोई काम का नही रहता फेंक दिया जाता है जो की ठेकेदार को इसका लाभ मिलता है और सरकार को नुकसान,मटेरियल सप्लायर करने वाले ठेकेदार और वन विभाग के अधिकारी की मिलीभगत से नियमो को दरकिनार करते हुए मनमानी तरीके से किया जा रहा है काम,वन परिक्षेत्र पश्चिम के अंतर्गत क्कस्न/1257 में किया जा रहा हैं तार फैंसिंग जो सरकार द्वारा वनों को रक्षा के लिए 1 करोड़ 52 लाख 29 हजार की राशि स्वीकृत दिया जो 76.50 हैक्टेयर भूमि में लगे पौधों को सुरक्षित के लिए तार फैंसिंग का कार्य जोरो पर चल रहा है,कार्य मे जमकर लापरवाही तथा भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं जो सीधा सीधा शासन को चुना लगाने का कार्य किया जा रहा है,अधिकारी आंख मूंदे हुए हैं और ठेकेदार मनमाने तरीके से लाल ईंट सप्लाई कर रहे हैं और विभाग के कर्मचारी एवं रेंज अधिकारी खुल्लेआम भ्रष्टाचार कर रहे है, सरकार द्वारा वनों को रक्षा के लिए करोड़ो खर्च कर रही है वही पूर्ण कार्य एजेंसी वन विभाग है और जिसमे लगने वाले मटेरियल ठेकेदार के थ्रू दिया जाता है,जिस प्रकार से कार्य किया जा रहा है आप तस्वीरों में देखकर अंदाजा लगा सकते हैं,आखिर ठेकेदार द्वारा प्रतिबंधित लाल ईंट दे रहे है,बेस को को नाम मात्र में खोदाई की गई है ऐसे में वही विभाग खामोशी से उसी लाल ईंट से कार्य भी कर रहे है,दीवार की नींव की मजबूती कैसे होंगे गिट्टी बिछाया जाता है उसके ऊपर बिना सीमेंट वाली रेत डालकर पैर से दबाया जाता है ऐसे जो दीवार बनाया जा रहा है उसकी मजबूती कैसे हो सकता है,कुल मिलाकर विभाग द्वारा करोड़ो की इस कार्य मे सिर्फ अपनी जेब भरने की काम कर रहे है और जंगल की आड़ में भरपूर फायदा भी उठा रहे है।
करोड़ों के काम में भ्रष्टाचार का नया तरीका, पश्चिम वन परिक्षेत्र बांदे का कारनामा
