रायगढ़। औद्योगिक नगरी कहे जाने रायगढ़ जिले की रायगढ़- जशपुर मार्ग की हालत पिछले कई सालों से बद से बदतर स्थिति में पहुंच चुकी है। इस मार्ग में 24 घंटे भारी वाहनों का रेलमपेल लगा रहता है जिसकी वजह से आये दिन इस मार्ग से गुजरने वाले न केवल दुर्घटनाग्रस्त हो रहे बल्कि काल के गाल में समा रहे हैं। इसी क्रम पिछलेे 24 घंटे के अंतराल में दो अलग हादसों में ट्रेलर की चपेट में आने से दो प्लांटकर्मियों की दर्दनाक मौत हो गई है। पुलिस ने हमेशा की तरह मर्ग कायम कर मामले को विवेचना में ले लिया है। हैरत की बात तो यह है कि बेलगाम हुए ट्रेलर चालकों पर न तो पुलिस सख्ती दिखा रही है और न ही परिवहन विभाग।
रोलर आपरेटर को ट्रेलर ने रौंदा
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम भोथली निवासी ओमप्रकाश मैत्री पिता बेदप्रकाश मैत्री (25 वर्ष) विगत कई माह से गेरवानी स्थित श्याम इस्पात प्लांट में रोलर आपरेटर के पद पर काम करता था। जो विगत दो मार्च की शाम करीब 6-7 बजे के बीच उसका शिफ्ट खत्म होने के बाद बाईक क्रमांक सीजी-13 एडी6052 से अपने घर जाने के लिए निकला था, इस दौरान गेरवानी के पास तेज गति से आ रही अज्ञात ट्रेलर ने अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना की सूचना पर डायल 112 द्वारा उसे मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराते हुए परिजनों को सूचना दिया गया। जिससे उसकी उपचार मेकाहारा में चल रहा था, इस दौरान बुधवार-गुरुवार की दरम्यानी रात करीब 1 बजे उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना की सूचना पर चक्रधरनगर पुलिस ने गुरुवार को मर्ग कायम कर पीएम उपरंात शव परिजनों को सौंप दिया है। साथ ही मर्ग डायरी संबंधित थाना भेजने की तैयारी चल रही है।
प्लांट कर्मी को ट्रेलर ने कूचला
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के पिश्चम सिंहभूमि थाना सोनुआ क्षेत्र के ग्राम बालजोड़ी निवासी अमरजीत नायक पिता केशव नायक (22 वर्ष) विगत चार माह पहले अपने 5-6 दोस्तों के साथ काम करने के लिए रायगढ़ आया था, जिससे सभी लोग तराईमाल स्थित बीएस प्लांट के लेबर क्वाटर में रहकर ठेकेदार के अंदर कारपेंटर का काम करते थे। ऐसे में बुधवार की शाम काम खत्म होने के बाद अमरजीत पैदल ही सब्जी खरीदने के लिए तराईमाल स्थित बाजार आया था, इस दौरान बाजार करने के बाद वापस जाते समय अभी बंजारी मंदिर के पास पहुंचा था कि एक घरघोड़ा की ओर तेज गति से आ रही ट्रेलर क्रमांक सीजी-11 बीडी 0441 के चालक लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए उसे अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने उसके शव को जिला अस्पताल के मरच्यूरी में रखते हुए उसके पास मिले आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज की मदद से उसके परिजनों को सूचना दिया, जिससे परिजनों ने ठेकेदार से संपर्क कर, गुरुवार को अस्पताल पहुंचे जहां कोतवाली पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
सडक़ के किनारे अवैध पार्किंग भी बन रहे हादसे का कारण
यूं तो रायगढ़-जशपुर मार्ग की हालत किसी से छुपी नही है। इस मार्ग की दशा कुछ ऐसा है कि लोग इस मार्ग से गुजरना मुनासिब नही समझते परंतु मजबूरीवश उन्हें यहां से गुजरना ही पड़ता है और इस दरम्यान उन्हें धुल के गुब्बार और जाम की स्थिति से जुझना पड़ रहा है। इस मार्ग में कई छोटे बड़े कंपनियों संचालित हो रही है। इन कंपनियों में कोयला के अलावा अन्य सामानों के परिवहन में दिन व रात 24 घंटे भारी वाहन सडक़ों में दौड़ते रहती है। रायगढ़-जशपुर मार्ग में जर्जर सडक़ की वजह से सडक़ दुर्घटनाएं के कई मामले सामने आ चुके हैं जिसमें असमय कई लोगों ने अपनी गवां दी है। साथ ही साथ गेरवानी से लेकर बरौद तक सडक़ के दाये और बायें साईड में भारी वाहन के चालक सडक़ को ही पार्किंग बनाकर वाहन खड़ी कर दे रहे हैं जिससे इस मार्ग से गुजरने वाले यात्री बसों के अलावा निजी वाहनों को घंटों-घंटो तक जाम में फंसे हुए रोजाना असानी से देखा जा सकता है। इतना ही नही कई बार ऐसी भी स्थिति निर्मित हो जाती है कि दो भारी वाहन के चालकों के द्वारा आपस में विवाद होनें के बाद उनके द्वारा बीच सडक़ में ही गाड़ी खड़ी कर आम लोगों को होनें वाली परेशानी को अनदेखा कर घंटो तक विवाद किया जाता है।
क्या कहते है राहगीर
इस मार्ग से गुजर रहे राहगिर तोष साहू, मनोज यादव ने बताया कि रायगढ़-जशपुर मार्ग की हालत काफी समय से खराब है। इस सडक़ का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है जिसके तहत कहीं- कहीं पर इसका निर्माण किया जा रहा है। नई सडक़ निर्माण करने से पहले पुरानी सडक़ को पूरी तरह खोद दिया गया है जिससे भारी वाहन के चलने से उडने वाली धुल के गुब्बार से सामने का दृश्य दिखता ही नही है साथ ही साथ इस धुल से कई तरह की गंभीर बीमारी होनें का खतरा भी बना हुआ है। मजबूरीवश इस मार्ग से गुजरने के दरम्यान कभी भी अनहोनी घटना घटित होनें का डर मन में बना रहता है।