रायगढ़। पैर में दर्द से परेशान कबड्डी खिलाड़ी युवक को विगत दिनों मेकाहारा में भर्ती कराया गया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत होने पर परिजन डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कोतरारोड थाना क्षेत्र के ग्राम जोरापाली निवासी मुकेश पटेल पिता रामसाय पटेल (20 वर्ष) कबड्डी खिलाड़ी था, जिससे विगत 15 दिन पहले भी कबड्डी खेलने के लिए गया था, लेकिन वहां से आने के बाद विगत सोमवार से उसके एक पैर में तेज दर्द शुरू हो गया था। जिससे परेशान होकर उसके परिजनों ने 29 फरवरी को मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उसका उपचार चल रहा था, साथ ही डॉक्टर ने उपचार के साथ कुछ टेस्ट भी लिखा गया था जिसकी जांच रिपोर्ट में कुछ खुलासा नहीं हो पाया था। ऐसे में शनिवार को सुबह करीब 9 बजे परिजनों को बताया गया कि उसकी मौत हो गई है। जबकि परिजनों का कहना था कि मुकेश को कुछ एसी बीमारी नहीं थी, जिससे उसकी मौत हो जाए, क्योंकि उसने चार दिन पहले ही खुद से बाइक में बैठकर अस्पताल आया था। साथ ही हल्का सा दर्द का शिकायत उसके घुटने के आसपास था, ऐसे में इसकी कैसे मौत हो गई, यह समझ से परे हैं। साथ ही परिजनों का कहना था कि उसके शरीर में कहीं भी चोट का भी निशान नहीं था, इसके बाद भी डाक्टरों द्वारा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहीं चक्रधरनगर पुलिस ने शनिवार को मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है।
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि अस्पताल में भर्ती होने के बाद डाक्टर द्वारा जांच के लिए लिखा गया था, जिसे जांच कराकर रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन उनके द्वारा रिपोर्ट तक नहीं देखा गया। साथ ही जब मुकेश की मृत्यु कैसे हुई इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया तो मेकाहारा का कोई भी जिम्मेदार डाक्टर व अधिकारी कुछ भी नहीं बताने को तैयार नहीं थे। साथ ही कई बार बात करने का प्रयास किया गया तो यह बोला गया कि शव जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, वहंा जाकर संपर्क करों को किस कारण से मौत हुई है। वहीं मेकाहारा के डाक्टरों द्वारा पोस्टमार्टम से पहले पुलिस को जो रिपोर्ट दिया गया है, उसमें मृत्यु के मुख्य कारण हड्डी में चोट लगना बता या गया है, ऐसे में अब पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ पता चल सकेगा।
परिजनों में नाराजगी
मृतक का पिता रामसाय का कहना है कि 20 साल का युवक जो कि अच्छा खासा होनहार कबड्डी खिलाड़ी था और उपचार कराने के लिए भी आराम से अस्पताल पहुंच गया, जहां दो दिन इलाज के बाद ही उसकी मौत हो जाना यह समझ से परे है। ऐसे में साफ जाहिर है कि यहां बेहतर उपचार की सुविधा नहीं मिल रही है, जिसके चलते आए दिन इस तरह के घटना हो रही है।