रायपुर। प्रदेश में कस्टम की टीम ने 3.89 करोड़ रुपए के विदेशी सिगरेट सिगार और रोलिंग पेपर जलाए गए हैं। सीमा शुल्क आयुक्त इंदौर कार्यालय के आदेश पर नष्ट किया गया। बताया जा रहा है कि विदेश से अवैध रूप से तस्करी कर 48.46 लाख रुपए की सिगरेट लाई गई थी। अधिकारियों ने कहा कि सिगरेट और विदेशी मूल की अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं के अवैध आयात के खिलाफ अभियान के तहत रायपुर में एक कारखाने की भ_ी में सिगरेट जलाई गईं है। इसमें 2000 विदेशी मूल के सिगार और 557 विदेशी मूल के रोलिंग पेपर के बक्सों को भी नष्ट किया गया।
विदेशी मूल की सिगरेटों की अधिक मांग
डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि युवाओं के बीच इन विदेशी मूल की सिगरेटों की अधिक मांग है। इन तस्करी वाली सिगरेट की कीमत कम होती है, क्योंकि ये आमतौर पर सीमा शुल्क और जीएसटी का भुगतान किए बगैर हमारे देश में तस्करी कर लाए जाते हैं। तस्करी सिंडिकेट अक्सर कवर कार्गो की आड़ में या अन्य सामानों के बीच रखकर सिगरेट की तस्करी करते हैं। 48.46 लाख मूल्य की जब्त सिगरेट को रायपुर के अधिकारियों की मदद से और स्वतंत्र गवाहों, सीमा शुल्क आईसीडी, डीआरआई अधिकारियों की उपस्थिति में निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार नष्ट कर दिया गया।
सिगरेट कवरों पर कोई चेतावनी नहीं थी
अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय विदेशी मूल के सिगरेट पैकेटों पर समय-समय पर अधिसूचना जारी करता है। 85 प्रतिशत सिगरेट कवरों पर अनिवार्य स्वास्थ्य चेतावनियां होना आवश्यक है, लेकिन इन सिगरेट कवरों पर कोई चेतावनी नहीं थी।
नष्ट की गई सिगरेट की कीमत 3.89 करोड़ रुपए
नष्ट की गई सिगरेट और अन्य प्रतिबंधित सामग्री की अनुमानित कीमत लगभग 3.89 करोड़ रुपए है। इन्हें भारतीय सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 के प्रावधानों का उल्लंघन करके भारत में तस्करी कर लाया गया था।