रायगढ़। नगर निगम में जहां एक ओर बजट पेश हो रहा था वहीं दूसरी तरफ तीन दर्जन से भी अधिक ठेकेदार निगम आयुक्त कार्यालय के सामने धरने में बैठ गए और नारेबाजी करते हुए उनका भुगतान नही करने का आरोप लगाते हुए कामकाज ठप्प करने की धमकी दी। इन ठेकेदारों ने निगम आयुक्त के कार्यालय के सामने जमीन पर बैठकर प्रदर्शन करते हुए निगम में हो रही कमीशनखोरी तथा किये गए काम के बदले भुगतान में लेटलतीफी होनें पर भी कई सवाल उठाये।
नगर निगम के आयुक्त कार्यालय के सामने धरने में बैठे ये सभी लोग निगम के वो ठेकेदार हैं जो नाली, सडक़, भवन के साथ साथ अन्य कार्यो में शामिल हैं लेकिन बीते 6 माह से निगम द्वारा इनका भुगतान नही किये जाने से वे नाराज हो गए हैं। अपना विरोध जताने के लिये आज वे धरना प्रदर्शन करते हुए निगम आयुक्त पर उनका भुगतान बेवजह रोके जाने का भी आरोप लगाया। प्रदर्शन कर रहे ठेकेदार ने बताया कि हमारे द्वारा जो काम किया गया है उसका भुगतान नही होनें की वजह से हड़ताल किया जा रहा है। हमेशा कहा जाते रहा है कि अभी शासन से राशि प्राप्त नही हुई है। जिसके तहत हमेशा बहुत दिनों तक धैर्य रखा लेकिन शासन से पैसे आये एक सप्ताह से अधिक समय हो चुका है। उसके बावजूद पेमेंट देने में देरी की जा रही है।
इस पूरे मामले में निगम आयुक्त का अपना तर्क है। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कुछ दिनों से निगम के पास फंड की कमी थी और हाल ही में शासन द्वारा राशि भेजी गई है इसके बाद ठेकेदारों का पेमेंट भी किये जाने का प्रोसेस चालू हो गया है। बावजूद इसके आज नाराज ठेकेदार हडताल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 56 लाख का भुगतान किया जाना है। जिसके लिये सभी बिल के अलावा अन्य जांच कम्लीट करने के बाद यह भुगतान कर दिया जाएगा। लेटलतीफी पर भी आयुक्त ने बताया कि निगम इस मामले में बकायदा पहल करता है और किसी भी ठेकेदार का भुगतान जबरन नही रोका गया है।
बहरहाल यह पहला अवसर था जब बडी संख्या में निगम के ठेकेदार ऐन बजट के समय हडताल पर चले गए। इतना ही नही निगम आयुक्त कार्यालय के सामने नारेबाजी भी की जिससे माहौल पूरे दिन भर गर्म रहा।
निगम में पेश हो रहा था बजट इधर धरने पर बैठे ठेकेदार
कमिश्नर के आश्वासन पर शांत हुए निगम के ठेकेदार
