रायगढ़। रेलवे प्रशासन द्वारा लांगहाल मालगाड़ी चलाने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, जिसके चलते यात्री ट्रेनों का ऐन वक्त पर प्लेटफार्म बदल दिए जाने से सफर करने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मंगलवार को अचानक साउथ बिहार का प्लेटफार्म बदल जाने से जल्दबाजी के चक्कर में कई यात्री घायल होने से बाल-बाल बचे।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों यात्री ट्रेनों के स्टेशन पहुंचने से कुछ ही मिनट पहले प्लेटफार्म बदल दिया जा रहा है, जिसके चलते उस ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों में भागमभाग की स्थिति बन रही है, जिससे कई बार बच्चे व बुजुर्ग जल्दबाजी के चक्कर में गिर भी जाते हैं, जिसको लेकर अब यात्रियों में आक्रोश पनपने लगा है। ऐसे में ट्रेन के इंतजार बैठे यात्रियों ने बताया कि मंगलवार दोपहर में भी बड़ी संख्या में लोग एक नंबर प्लेटफार्म में बैठ कर दुर्ग-आरा साउथ बिहार एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे थे, इस दौरान कई यात्री सहयोग काउंटर से बोगी की स्थिति पूछकर अपनी सुविधा अनुसार सामान रखकर इंतजार कर रहे थे, ताकि ट्रेन रुकते ही वे असानी से अपने सीट तक पहुंच सके, लेकिन साउथ बिहार एक्सप्रेस आने ही वाली थी कि अचानक अनाउंस किया गया कि यह ट्रेन तीन नंबर प्लेटफार्म पर आ रही है। हालांकि एक नंबर प्लेटफार्म पूरी खाली थी। ऐसे में लोग यह समझ नहीं पाए कि लाईन खाली होने के बाद भी क्यों प्लेटफार्म बदल दिया गया, जिससे वे अपने सामान को उठाकर भागना शुरू कर दिया। इस बीच जब तक यात्री तीन नंबर प्लेटफार्म तक पहुंचते कि ट्रेन आकर खड़ी हो गई। जिससे जैसे-तैसे कर आधे से ज्यादा लोग सवार हो गए थे, लेकिन तब तक उसके छुटने का समय हो गया। ऐसे में कई यात्री दौडकऱ ट्रेन में चढऩे का प्रयास करते नजर आए। हालांकि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ, लेकिन यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में अगर यही स्थिति रही तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
ज्यादातर मालगाड़ी गुजर रही एक नंबर
गौरतलब हो कि विगत कुछ माह से रेलवे द्वारा मालगाडिय़ों को लांगहाल बनाकर चलाया जा रहा है। जिसके चलते इसको हमेशा एक नंबर पर ही लाया जाता है। जिसके चलते हर दिन यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं यात्रियों का कहना है कि लाईन तो बहुत है लेकिन स्थानीय अधिकारी यात्री ट्रेनों को दो या तीन नंबर भेजकर एक नंबर मालगाडी खड़ी करते हैं। ऐसे में अगर पहले से ही इसकी अनांऊस कर देते तो यात्री अपनी सुविधा के अनुसार आराम से वहां तक पहुंच जाते, लेकिन इनकी लापरवाही के चलते यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है।