रायगढ़। शासन के नियम विरूद्ध छाल एसईसीएल में पुर्नावास नीति का मुआवजा वितरण किया जा रहा है, एसईसीएल में पदस्थ भू-राजस्व विभाग के अधिकारी द्वारा पुर्नावास नीति की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
शासन के नियमानुसार 1 जनवारी 2014 को जिसकी उम्र 18 साल पूरा किया हो एवं 60 साल से कम हो उनको पुर्नावास नीति के तहत 3 लाख 80 हजार 4 सौ रूपये दिया जाना है। लेकिन छाल एसईसीएल में इस नियम का खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। एसईसीएल में पदस्थ भू राजस्व अधिकारी द्वारा पुर्नावास नीति के हितग्राहियों के चेहरा देख-देख कर लाभ दिया जा रहा है। पुर्नावास नीति का लाभ लेने के लिए हितग्राहियों को अपना मकान से पहले बेदखल होना होता है उसके बाद ही पुर्नावास नीति का लाभ ले सकते हैं लेकिन छाल एसईसीएल में इन नियम को दरकिनार करते हुए पुर्नावास नीति का मुआवजा वितरण किया जा रहा है। बताया जाता है कि भू-राजस्व अधिकारी अपने आप को पॉवर फूल अधिकारी बताते हैं। ऐसे अधिकारी होने के कारण आज गरीब तबके के लोगों को पुर्नावास नीति का सही तरीके से लाभ नहीं मिल रहा है। इसी अधिकारी द्वारा कुछ हितग्राहियों को बिना मकान से बेदखली कर पुर्नावास नीति का मुआवजा वितरण कर दिया है। खेदापाली के निवासियों ने बताया कि जब हम लोग अपने पुनर्नावास नीति का मुआवजा की मांग करते हैं तो एसईसीएल के अधिकारी यह कहते हुए भागा देते हैं कि जाओ पहले अपना मकान तोडक़र वीडियो बना कर लेकर आओ तब तुम लोगों को पुर्नावास नीति का मुआवजा मिलेगा नहीं तो नहीं मिलेगा। लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस अधिकारी ने कई ग्रामीणों को बिना मकान तोड़े ही पुर्नावास नीति का मुआवजा दे दिये हैं। अब सवाल उठता है कि गरीबों के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे अधिकारियों पर क्या जांचकर दोषी पाये जाने पर कार्यवाही होगी? यहा तो समय ही बतायेगा कि जांच होती है या नहीं।
क्या कहते हैं भू- राजस्व अधिकारी
जब इस संबंध में भू-राजस्व अधिकारी सुरेश कुमार यादव से बात की गई तो पहले उन्होंने गोलमोल जवाब देते हुए बताया कि पुर्नावास नीति के नियम के तहत ही मुआवजा का वितरण किया जा रहा है, अगर किसी को नियम विरूद्ध मुआवजा दिया गया हो तो आप ही नाम बता दीजिए। जब हमारे द्वारा पुर्नावास नियम के विरूद्ध सुरेश कुमार यादव द्वारा वितरण किया गया मुआवजा हितग्राही का नाम बताया गया तो नाम सुनते ही पहले तो चुप हो गए। उसके बात बोलने लगे कि एक परिवार के तीन लोगों को दिया गया है, अब हम उनका घर तोड़वा देंगे।
छाल एसईसीएल कर रही पुर्नावास नीति के नाम पर मनमानी
