रायपुर। नवा रायपुर में बनी जंगल सफारी में छात्र मुफ्त में सैर कर पाएंगे। इसका ऐलान वन मंत्री केदार कश्यप ने रायपुर में किया है। इसकी योजना तैयार की जा रही है जल्द ही विभाग इसका आदेश जारी कर देगा। वहीं ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यूथ को गाइड की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि12वीं तक के जो स्टूडेंट्स होंगे उन्होंने यहां एंट्री के पैसे नहीं देने होंगे। इसके लिए उन्हें आधार कार्ड, स्कूल आईडी कार्ड दिखाना होगा। जंगल सफारी को सेंट्रल इंडिया का मैन मेड जंगल कहा जाता है। किसी प्राकृतिक जंगल की तरह ही इसे वन विभाग ने विकसित किया है।
यूथ को मिलेगा गाइड का काम
वन मंत्री ने वन क्षेत्रों में ईको टूरिज्म शुरू करने की योजना बनाई है। इसके तहत ऐसे टूर पैकेज होंगे जिनमें लोग प्रदेश के आदिवासी इलाकों के जंगल, झरने, नदियों को देख पाएंगे। वहां कैंपिंग की भी सुविधा होगी। जंगल के बीच रहने का इंतजाम, मेडिकल फैसिलिटी भी ईको टूरिज्म के साथ दी जाएगी। इसमें स्थानीय युवकों को राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं जैसे जंगल लॉजेस एंड रिजॉर्ट कर्नाटक, बॉम्बे नेचुरल, हिस्ट्री सोसायटी से नेचर गाइड के रूप में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। मंत्री केदार कश्यप ने सदन में कहा कि राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईको टूरिज्म का चलन बढ़ा है। राज्य के नैसर्गिक पर्यटन केन्द्रों को विकसित करने के उद्देश्य से ईको टूरिज्म बोर्ड की स्थापना की जाएगी।
विवादों में भी रही है जंगल सफारी
हाल ही में जंगल सफारी का नाम विवादों में आया। अचानक यहां मारे गए 24 चौसिंगों से ये पूरा मामला जुड़ा है। आरोप लगा कि नवा रायपुर जंगल सफारी के डॉक्टर्स ने बड़ी लापरवाही की है। हालांकि विभाग ने इस मामले में चुप्पी साधे रखी और बीमारी से जानवरों की मौत होने का बयान दे दिया।