रायपुर/राजिम। छत्तीसगढ़ के प्रयागराज कहे जाने वाले राजिम कुंभ कल्प का आगाज आज (24 फरवरी) हो गया है। कुंभ 15 दिन तक यानी 8 मार्च तक चलेगा। राज्य गठन के बाद यह पहली बार होगा, कि सीएम राजिम कुंभ कल्प के उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे। सीएम साय दिल्ली दौरे पर हैं। राजिम कुंभ कल्प में मुख्य अतिथि के रूप में अमरकंटक के आचार्य महामंडलेश्वर अग्नि पीठाधीश्वर रामाकृष्णानंद महाराज मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी सीएम अरूण साव, डिप्टी सीएम विजय शर्मा और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने की।
राजिम कुंभ में गीतासार और भजन गायिका अनुराधा पौडवाल के भजन से उद्धाटन समारोह शुरू होगा। गीतासार शाम सात से नौ बजे तक चलेगा और उसके बाद भजनों का कार्यक्रम आयोजित होगा। स्थानीय कलाकारों को भी प्रस्तुति होगी, इसके लिए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और संस्कृति विभाग के अधिकारियों द्वारा शेड्यूल तैयार किया जा रहा है।
आमंत्रण पत्र से सीएम की फोटो गायब
राजिम कुंभ कल्प के आमंत्रण पत्र छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा बनाया गया है। हालांकि इस आमंत्रण पत्र में सीएम विष्णुदेव साय की फोटो नहीं है। ये आमंत्रण पत्र प्रदेश, देश के अलावा दूसरे राज्यों में भी भेजा गया है। आमंत्रण पत्र से फोटो गलती से गायब हुआ या जानबूझकर गायब किया गया? इस सवाल पर जिम्मेदारों ने मौन साध रखा है।
दिल्ली में रहेंगे सीएम विष्णुदेव साय
सीएम साय के राजिम कल्प कुंभ में शामिल नहीं होने की प्रमुख वजह दिल्ली दौरा बताया जा रहा है। सीएम विष्णुदेव साय केंद्रीय नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली रवाना होंगे। वे शाम चार बजे की फ्लाइट से दिल्ली जाएंगे जहां वे छत्तीसगढ़ सदन में विश्राम करेंगे। यही वजह है कि वे राजिम कल्प कुंभ महोत्सव में शामिल नहीं होंगे।
विभागों में कॉर्डिनेशन की कमी
कुंभ में होने वाले कार्यक्रमों के आयोजन की जिम्मेदारी संस्कृति विभाग और छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारियों की है। इन दोनों विभाग के अधिकारियों के बीच तालमेल की कमी के चलते कुंभ में किस दिन क्या आयोजन होगा? इसका शेड्यूल अब तक तैयार नहीं हुआ है। दोनों विभागों के जिम्मेदार अधिकारी केवल एक दिन एडवांस शेड्यूल लेकर चल रहे हैं। शुक्रवार दोपहर को वरिष्ठ अधिकारियों की फटकार के बाद देर शाम राजिम कुंभ स्थल में ही दोनों विभाग के अधिकारियों के बीच बैठक होने की जानकारी सामने आ रही है।
कुंभ स्थल में पहुंचने लगे श्रद्धालु
राजिम कुंभ स्थल पर साधुओं और श्रद्धालुओं का आना जारी है। कुंभ में 30-35 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। राजिम कुंभ स्थल को सेक्टरों में बांटकर लोगों को रोकने की व्यवस्था की जा रही है। यहां लगने वाले बाजारों को भी कुंभ पैटर्न पर बनाया गया है, ताकी श्रद्धालुओं और दूसरे राज्यों से आकर दुकान लगाने वाले कारोबारियों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।
राजिम कुंभ कल्प का आगाज : रंगीन रोशनी और लेजर लाइट से जगमगाया त्रिवेणी संगम
