रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय प्रशासन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। अब से हफ्ते में तीन दिन वार्डों का निरीक्षण किया जाएगा। इसका जिम्मा नगर निगम आयुक्त और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को दिया गया है। प्रदेश के डिप्टी सीएम और नगरीय प्रशासन विकास मंत्री अरुण साव ने विभाग की समीक्षा के बाद ये निर्देश दिया है।
डिप्टी सीएम अरुण साव की समीक्षा के बाद स्वच्छता, निर्माण कार्य, अतिक्रमण, राजस्व वसूली, पीएम आवास, पेयजल और विद्युत व्यवस्था के संबंध में विभाग ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके साथ ही सभी विभाग में व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
निरीक्षण में इन मुद्दों पर होगा फोकस
विभाग ने नगरीय निकाय के हर वार्ड के लिए जरूरत के अनुसार नोडल अधिकारी और सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त कर सफाई के लिए कार्ययोजना तैयार करने को कहा है। सडक़ों और नालियों की नियमित सफाई के साथ ही गारबेज वल्नरेबल पॉइंट्स को चिन्हांकित कर ऐसे स्थानों पर विशेष सफाई की व्यवस्था के भी निर्देश दिए हैं।
शत-प्रतिशत हो डोर-टू-डोर कलेक्शन
डिप्टी सीएम साव ने समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन और सोर्स सेग्रीगेशन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। निकाय में इक_े हुए कचरे का निपटान वैज्ञानिक रीति से ही करने, खुले में कचरे का परिवहन और कचरा जलाने पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। शहर के चौक-चौराहों, बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर विशेष सफाई की व्यवस्था के लिए भी निर्देशित किया गया है। वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट और एसएलआरएम सेंटर का हर महीने निरीक्षण कर ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट) नियमों के अनुसार सुनिश्चित करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
निर्माण कार्यों की भी हो समीक्षा
साव ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि निर्माण कार्यों की लगातार नियमित समीक्षा की जाए, निर्माण सामग्री और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के परीक्षण के लिए निकाय में काम कर रहे अनुभवी तकनीकी अधिकारियों का गुणवत्ता प्रकोष्ठ यानी क्वालिटी सेल बनाया जाए। क्वालिटी की जांच करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए हैं।