रायगढ़। डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में आस्था और अहिंसा की प्रतिमूर्ति विश्व तिलक जैन मुनि परम् पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर महाराज द्वारा सल्लेखना पूर्वक समाधि से संसार त्यागने का समाचार प्राप्त होने पर छत्तीसगढ़ वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने शोक व्यक्त किया है। आचार्य मुनि के जीवन का दृढ़ संकल्प राज नेताओ को सदा सिख देता रहेगा कि संकल्प के जरिए ही सृष्टि में आध्यामिक चेतना जागृत की जा सकती हैं। श्री चौधरी ने उन्हें मानवता का अच्छा पुजारी बताया और मानवता के महान पुजारी आचार्य श्री विद्यासागर जी के श्री चरणों को नमन करते हुए उनके विचारों को आत्मसात करने की आवश्यकता भी जताई। जारी शोक संदेश में रायगढ़ विधायक एवम वित्त मंत्री ओपी ने कहा महा मुनिराज भले ही भौतिक रूप में हमारे समक्ष नहीं होंगे लेकिन उनके कार्य और विचार सदैव समस्त सृष्टि का पथ प्रदर्शित करते रहेंगे। मानवता के सच्चे उपासक रहे संत श्री विद्यासागर जी का इस लोक से जाना प्रदेश वासियों के लिए अपूर्णीय क्षति है। अपने पावन एवं दृढ़ संकल्पो के जरिए वे मानव कल्याण समाज कल्याण राष्ट्र कल्याण के लिए अंतिम सांसों तक समर्पित रहे। मानव सेवा के साथ साथ धर्म जागरण का कार्य करने वाले आचार्य विद्यासागर आचार्य, योगी, चिंतक, सहित दार्शनिक सभी भूमिकाओं में समाज का मार्गदर्शन करते रहे। ख्याति के आसमान में आचार्य विद्यासागर महाराज का जीवन ध्रुवतारे की भांति आने भावी पीढिय़ों का पथ प्रदर्शित करता रहेगा। आचार्य महाराज के जीवन एवम विचारो को आत्मसात करने वाले सभी अनुयाइयों के प्रति भी वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने गहरी संवेदनाएं प्रकट की है।