रायगढ़। जिले में स्वाईल हेल्थ कार्ड फर्टिलिटि योजनान्तर्गत पटेलपाली मण्डी में स्थित मिट्टी परीक्षण कार्यालय को 9200 मिट्टी नमूना संग्रहण एवं विश्लेषण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसकी पूर्ति हेतु मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में दो पाली में कार्य सम्पादित किया जा रहा है, इस अंतर्गत स्वाईल हेल्थ कार्ड (एसएचसी) पोर्टल के माध्यम से ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा आनलाइन मिट्टी नमूना संग्रहण किया गया है। जिसमें से 9200 नमूना का 12 पैरामीटर पी.एच.,इ.सी.,आर्गेनिक कार्बन, नाईट्राजन, फास्फोरस, पोटैशियम, सल्फर, बोरान, आयरन, मैग्नीज, जिंक, कॉपर का आनलाईन विश्लेषण का कार्य किया जा रहा है, विश्लेषण के दौरान जिले में अब तक पी.एच. 49 प्रतिशत अम्लीय, 8 प्रतिशत क्षारिय, आर्गेनिक कार्बन 50 प्रतिशत, नाईट्राजन 34.2 प्रतिशत, फास्फोरस 25.4 प्रतिशत, पोटैशियम 3 प्रतिशत, सल्फर 13 प्रतिशत, बोरान 50 प्रतिशत, आयरन 50 प्रतिशत, मैग्नीज 50 प्रतिशत, जिंक 50 प्रतिशत, कॉपर 50 प्रतिशत की कमी पाई गई है। जिले में 8100 मृदा स्वास्थ्य पत्रक प्रिंट कर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से किसानों को संतुलित उर्वरक का उपयोग करने हेतु सलाह देते हुए, वितरण किया जा रहा है, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजनान्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा पायलेट प्रोजेक्ट आन स्कूल स्वाईल हेल्थ प्रोग्राम अंतर्गत जिले के लिए 4 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय विकासखण्ड खरसिया, धरमजयगढ़, लैलूंगा, घरघोड़ा चयन किया गया है जिसके अंर्तगत विद्यालयों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड, मृदा नमूना लेने की विधि, महत्व एवं मिट्टी परीक्षण उपरांत अनुशंसित मात्रा में उर्वरक का प्रयोग करने की विस्तार पूर्वक स्कूल के छात्र-छात्राओं को जानकारी देते हुए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।