सरगुजा/रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अमरजीत भगत और उनके करीबियों पर आयकर विभाग की कार्रवाई को टार्गेटेड कार्रवाई बताया है। सिंहदेव ने कहा कि यहां कौन पाक साफ है। यदि भ्रष्टाचार दूर करना है तो ऑपरेशन लोटस की जांच क्यों नहीं होती। वहीं आयकर विभाग की कार्रवाई को लेकर अमरजीत भगत ने अपने ऊपर कार्रवाई को लेकर कहा कि गलत जगह पर हाथ डाला। आदिवासी के घर क्या मिलेगा। चावल, दाल और कुछ जमीनें ही मिलेंगी।
आईटी ने 31 जनवरी को छत्तीसगढ़ के पूर्व खाद्यमंत्री अमरजीत भगत और उनके करीबियों के 25 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे थे। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) नई दिल्ली की प्रिंसिपल कमिश्नर और प्रवक्ता सुरभि अहुलवालिया ने प्रेस रिलीज में बताया है कि छापेमारी में ढाई करोड़ कैश और जेवर समेत अघोषित संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। प्रवक्ता सुरभि अहुलवालिया ने प्रेस रिलीज बताया कि इसमें अमरजीत की 13 करोड़ रुपए की अवैध कमाई, करीबियों ने आठ करोड़ की अवैध कमाई रियल एस्टेट में निवेश करना बताया है।
अमरजीत बोले-गलत जगह हाथ डाला
आईटी के छापों को लेकर अमरजीत भगत ने कहा कि यह पक्षपातपूर्ण है और मेरे साथ अन्याय है। कार्रवाई के लिए एक आदिवासी ही मिला। आदिवासी के पास क्या मिलेगा। दाल-चावल मिलेगा। कुछ जमीनें मिलेंगी। अच्छी जगह हाथ डालते को कुछ मिलता। अमरजीत भगत ने कहा कि मानसिक यातना देना सबसे बड़ी यातना है। हम जांच में सहयोग करेंगे।
सिंहदेव बोले- भाजपा के लोगों पर क्यों नहीं होती जांच
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि यह दुर्भायपूर्ण है। बदले की भावना के साथ टार्गेटेड कार्रवाई हो रही है। हम लोग तो बोलते हुए थक जा रहे हैं। टार्गेटेड कार्रवाई हो रही है। यहां कौन क्या कर रहा है, कहां छापे पडऩे चाहिए, सभी जानते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ईडी और आईटी और जगह क्यों नहीं जाती।
कोई पाक साफ नहीं
सिंहदेव ने कहा कि राम जी, हनुमान जी, सबकुछ करने के बाद आत्मविश्वास की कमी है। यह सब करने की जरूरत क्या है। वरना कौन पाक साफ दिख रहा है। कहां पर क्या नहीं है इस देश की जनता किसके बारे में नहीं जानती है, क्या नहीं जानती है। इसलिए कहा जा रहा है कि आप चुन-चुन कर कर रहे हो।
ऑपरेशन लोटस पर कार्रवाई क्यों नहीं
टीएस सिंहदेव ने कहा कि ऑपरेशन लोटस पर कार्रवाई क्यों नहीं होती। कई राज्यों में हमने आपरेशन लोटस सुन लिया। बड़ी रकम की बात आती है। वाकई में भ्रष्टाचार दूर कने की बात होती तो ऑपरेशन लोटस क्यों चालू करते, फिर जहां जाएं सब ठीक है। ऑपरेशन लोटस की जांच तो कर के बता दें।
13 करोड़ की अवैध कमाई रियल स्टेट में लगे
छापों के बाद आयकर विभाग द्वारा बताया गया है कि जब्त दस्तावेजों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि कथित पीईपी (अमरजीत भगत) द्वारा अपने करीबी सहयोगियों के माध्यम से नकद में प्राप्त लगभग 13 करोड़ रुपये की अवैध कमाई की है। यह पैसा पीईपी के सहयोगियों के माध्यम से रियल एस्टेट में निवेश किया गया है। रियल एस्टेट कारोबार में पीईपी (अमरजीत भगत) के सहयोगियों द्वारा कमाए गए 8 करोड़ रुपये भी पाए गए हैं।
अभी जांच जारी
आयकर विभाग के अनुसार पीईपी (अमरजीत भगत) के करीबी सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से जमीन हड़पने से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज भी पाए गए हैं। इसी प्रकार, पीईपी (अमरजीत भगत) के अनुचित प्रभाव का उपयोग उनके सहयोगियों द्वारा ‘पुनर्वास पट्टा’ की खरीद की अनुमति प्राप्त करने में भी किया गया था। अमरजीत भगत के करीबियों की जांच अभी शेष है। आयकर विभाग ने उनसे जुड़े 13 लोगों की संपत्ति का ब्यौरा सरगुजा कलेक्टर से मांगा है।