रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र से ठीक कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ के पुलिस महकमे में बड़ा बदलाव किया गया है। गृह विभाग ने 46 आईपीएस अफसरों का तबादला आदेश जारी किया है। पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश में 25 जिलों के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं। 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह अब रायपुर के नए एसपी होंगे, इससे पहले वे बिलासपुर के एसपी थे। इनकी जगह रजनेश सिंह बिलासपुर पुलिस अधीक्षक होंगे। वहीं, डेपुटेशन पर केंद्र से लौटे अमरेश मिश्रा का रायपुर रेंज का महानिरीक्षक बनाया गया है। मौजूदा सरकार ने जिन अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी दी है, वे पिछली सरकार में पूरी तरह साइडलाइन थे, जबकि यही अफसर 2018 से पहले मेन स्ट्रीम में थे। इसके साथ ही दागी अफसरों को फ्रंटलाइन से हटाकर बैकफुट पर कर दिया गया है। इनमें ऐसे अफसर शामिल हैं जो पिछली सरकार में अहम पदों पर थे, लेकिन विवाद में भी रहे। गृह विभाग के आदेश के मुताबिक महानिरीक्षक स्तर के 10 अधिकारियों का भी प्रभार बदला है। अमरेश मिश्रा जहां रायपुर के नए ढ्ढत्र बनाए गए हैं, वहीं, 2004 बैच के संजीव शुक्ला अब बिलासपुर आईजी होंगे। इससे पहले अजय कुमार यादव के पास ये जिम्मेदारी थी, उन्हें पुलिस मुख्यालय नवा रायपुर अटैच किया गया है।
एक कमान के नीचे राज्य सशस्त्र बल
बड़े पैमाने पर आईपीएस अफसरों के तबादले के साथ ही बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात राज्य सशस्त्र बलों को एक कमान के नीचे लाकर डीआईजी पदस्थ किया गया है। अब तक सभी बटालियन आईजी बस्तर रेंज के अधीन रही हैं। बस्तर में इस समय एक दर्जन राज्य बल की बटालियन तैनात हैं।
एटीएस में एसपी की पोस्टिंग
रायपुर में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड में एसपी की पोस्टिंग की गई है। रमन सरकार में बनी एटीएस का एक नोटिफाइड थाना भी है। इसकी कमान जांच में माहिर एसपी अजातशत्रु बहादुर सिंह को दी गई है। उन्होंने राजधानी में स्स्क्क रहते कई उलझे मामलों की जांच की है। बिलासपुर में पत्रकार हत्याकांड और साल 2016-17 के अश्लील सीडी कांड के अपराधियों को दिल्ली से पकड़ा था।
महादेव-कोयला में जिन अफसरों का नाम सभी लूप-लाइन में
ऐसे आईपीएस अफसर, जिनका नाम महादेव ऐप और कोयला घोटाले में सामने आया है। इसके अलावा जिन अफसरों ने कांग्रेस सरकार में नियमों के विरूद्ध बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की है। उनको मुख्यालय और जंगल क्षेत्र में पोस्टिंग दी गई है। इन अफसरों की कार्यप्रणाली की मॉनिटरिंग भी गृह विभाग की ओर से की जा रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) में इन अफसरों के खिलाफ यदि केस दर्ज होगा, तो इनकी परेशानी बढ़ सकती है।
डी. रविशंकर परिवहन में वापसी
कांग्रेस सरकार में सबसे पावरफुल अफसर रहे दीपांशु विजय काबरा को परिवहन विभाग से हटाकर एडीजी मुख्यालय बनाया गया है। वहीं पुलिस अधीक्षक जशपुर के रूप में सेवाएं दे रहे 2009 के आईपीएस डी. रविशंकर की परिवहन विभाग में वापसी हुई है। उन्हें अतिरिक्त परिवहन आयुक्त बनाया गया है।
53 दिन की जांच के बाद निकला आदेश
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिन अफसरों का रविवार रात को तबादला किया गया, उनकी कार्यप्रणाली की चार लेयर में जांच करवाई गई है। इसके लिए उनके राजनेता से करीबी, पूर्व सरकार में ड्यूटी, अभी की ड्यूटी के तरीकों की जांच की गई। करीब 53 दिन की जांच के बाद तबादला आदेश निकाला गया।
एएसपी व निरीक्षकों की लिस्ट का इंतजार
आईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों की लिस्ट गृह विभाग ने जारी कर दी है। इस लिस्ट के जारी होने के बाद एएसपी रैंक- निरीक्षक रैंक के अधिकारियों की लिस्ट का इंतजार है। पुलिस सूत्रों के अनुसार एएसपी रैंक और निरीक्षक रैंक के अधिकारियों की लिस्ट भी जंबो आएगी। एएसपी की लिस्ट में 80 से ज्यादा अफसर और निरीक्षक रैंक की लिस्ट में 100 से ज्यादा अफसरों का नाम होगा। आईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों की लिस्ट निकलने के बाद एएसपी-निरीक्षक रैंक के अधिकारियों ने अपना बैग पैक करना शुरू कर दिया है।